बदायूं में दिव्यागजन सशक्तिकरण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जहा तक यूपी की बस जाएगी दिव्याग को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी. आठ लाख दिव्यागों को डिग्गी लगा ई रिक्शा दिया जाएगा.
अगस्त तक 8 हजार ई रिक्शा की मंजूरी मिल चुकी है. बुधवार को वह इस्लामिया कालेज में दिव्यागों को ट्राई साईकिल वितरण करने के दौरान बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि योगी और मोदी जी से बहुत प्रभावित हैं. गरीबों और मजलूमों के लिए आवाज उठाते रहे हैं और उठाते रहेंगे. उन्होंने पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित वर्ग को पिछड़ा, अति पिछड़ा और महा पिछड़ा वर्ग में विभाजित कर उनका विकास कराने की वकालत की.
उन्होंने कहा कि दिव्यागों के लिए एसी थर्ड में नीचे की बर्थ पर सीट आरक्षित करने के लिए रेल मंत्री से मिलकर आदेश करा दिया है. उन्होंने कहा कि उनके लिए गरीबों और पिछड़ों का हित सर्वोपरि है. इसके लिए कोई भी कदम उठाने से कभी पीछे नहीं हटेंगे.
सरकार ने जिस विभाग की जिम्मेदारी दी है उसे पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं, हर जिले में पहुंचकर दिव्यागों को उपकरण वितरित करा रहे हैं. उन्होंने दिव्यागों से कहा कि अपनी समस्या एक लिफाफे लिखकर भेज दें, समस्या का निदान कराएंगे.
इससे पहले वह देर रात बरेली पहुंचे. प्रदेश में कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद अपनी ही सरकार के कामकाज पर कई बार सवाल उठाने वाले ओमप्रकाश राजभर ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती को दगे हुए कारतूस करार दिया है.
मंगलवार रात ढाई बजे बरेली जंक्शन पर पहुंचे मंत्री ओमप्रकाश ने कहा कि इन लोगों का गठबंधन कोई हलचल नहीं कर पाएगा. फूलपुर और गोरखपुर अति आत्मविश्वास में हार गए थे.
मंत्री ने बलिया में रविवार को कार्यकर्ताओं को पीलिया का श्राप देने वाले बयान पर कहा कि हमारे समर्थक दूसरे दलों की भीड़ बढ़ाने के लिए नहीं हैं. दूसरे दल के लोग आकर्षित करते हैं.
सरकार खुद पिलाती है शराब, तो हादसे तो होंगे ही
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आठ राज्यों में शराब पूरी तरह बंद है. हर साल लाखों लोग शराब पीने से मर जाते हैं. बच्चे अनाथ हो रहे हैं. महिलाएं विधवा हो रही हैं. गुजरात, बिहार, लक्ष्यदीप में बंद है.
अभी कानपुर में घटना हुई, गाजियाबाद में हुई, वाराणसी में हुई. सरकार खुद ही शराब पिलाएगी तो घटनाएं तो होंगी ही. कर्नाटक चुनाव का 2019 के लोकसभा चुनाव पर असर पर कहा कि आमचुनाव में स्थिति कुछ और होगी.
इससे पहले बरेली जंक्शन पर पहुंचने के बाद स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. हालांकि इस दौरान भाजपा का कोई नेता उनके स्वागत के लिए दिखाई नहीं दिया.
रात करीब ढाई बजे जंक्शन पर स्वागत के बाद वह सर्किट हाउस चले गए. बुधवार की सुबह को वह कुछ पदाधिकारियों से बातचीत के बाद वह बदायूं चले जाएंगे. वहां उन्हें एक कार्यक्रम में शामिल होना है.