स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्र सरकार की टीम बरेली आने वाली है. यहां पर वो कई बिंदुओं पर सर्वेक्षण कर नगर निगम को अंक देगी.
पिछली गलतियों से सबक लेते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नगर निगम इस बार कोई चूक नहीं करना चाहता है जिससे कि उसे कम अंक मिले. पिछली बार बरेली को 298वां स्थान प्राप्त हुआ था.
इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे अंक लाने के लिए नगर निगम ने काफी प्रयास किए हैं. जिसके तहत नगर निगम ने शहर भर में कूड़ा डालने के लिए डस्टबिन लगवाए हैं.
साथ ही बड़े पैमाने पर जागरुकता अभियान भी चलाया है. इस बार केंद्र सरकार की टीम 4041 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण का काम कर रही है.
इन प्रमुख बिंदुओं की होगी जांच
केंद्र सरकार ने नगर निगम को गाइड लाइन दी है, जिसके हिसाब से सर्वेक्षण टीम तमाम बिंदुओं पर सफाई व्यवस्था को परखेगी
– गीले और सूखे कूड़े का प्रतिशत
– जैविक कचरे का कम्पोस्टिंग
– रोजाना सफाई दिन-रात
– डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन,क्षेत्रों का प्रतिशत
– ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन
– क्या शहर में स्थापित लैंडफिल स्वच्छ है
– लैंडफिल तक आने वाले जैविक कचरे का प्रतिशत
ओडीएफ की स्थिति
– सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय से वसूली
– घरेलू टॉयलट आवेदन पर कितने बने
– टॉयलेट पोर्टल पर अपलोड आवेदनों का प्रतिशत
– स्कूल, बाजार अस्पताल शामिल हुए
नगर निगम ने किए प्रयास सर्वेक्षण चार हजार अंकों पर किया जाना है. इसमें से 1400 अंक पाने वाले शहर ही टॉप 100 की सूची में पहुंच पाएंगे. महापौर और नगर आयुक्त ने शहर को अव्वल बनाने को बीते दिनों से अभियान शुरू किया है.
शहर के मुख्य बाजार में डस्टबिन लगाए गए हैं. साथ ही होटल, स्कूल, बरातघर, रेस्टोरेंट, रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी, एनजीओ समेत अन्य संस्थाओं को स्वच्छता के बाबत जागरूक किया गया है. इसके साथ ही शहर में स्वच्छता जागरुकता के लिए एक महारैली का भी आयोजन किया जा चुका है.
नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सर्वेक्षण में अच्छे अंक लाने के लिए नगर निगम ने काफी प्रयास किए हैं. इस बार नगर निगम बरेली स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा स्थान हासिल करेगा.