सिंदूर नदी से बरेली तक के रोड की हालत वर्तमान में काफी दयनीय है. पूरा रास्ता गड्ढे में तब्दील हो चुका है. तीन से चार फीट गहरे गड्ढे हो गए है, जिससे लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है. आए दिन इस रोड पर दुर्घटनाएं होती रहती है. इस हाईवे पर एक यात्री बस के फंसने से 2 घंटा रोड जाम रहा. जबकि ट्रक और बस पलटने से कई यात्री अपनी जान जोखिम में डाल चुके हैं. कई यात्री काल के गाल में समा चुके हैं परंतु ठेका लेने वाली कंपनियों को अभी तक सुध नहीं है.
जीबीआर कंपनी द्वारा इस का ठेका लिया था. इसका निर्माण कार्य भी चालू किया परंतु कंपनी की लापरवाही के चलते मात्र 1 वर्ष में लगभग 4 से5 किलोमीटर सीमेंट रोड की एक साइट का निर्माण हो सका. शेष निर्माण कार्य बंद है जो कि कंपनी द्वारा कई जगह पर अर्थ वर्क के रूप में मिट्टी डाली है जिससे वर्तमान में लोगों का आना जाना काफी मुश्किल हो रहा है दूसरी कंपनी भागवती भी कुछ समय बाद काम करके भाग गई. इस तरह इस रोड पर विगत चार-पांच साल से कोई काम नहीं हो रहा गड्ढे इतने बड़े हैं कि इनमें आए दिन गुल्ले और पत्ते टूटना आम बात है.
जीबी आर कंपनी में बीच में ही छोड़ दिया काम: सिंदूर नदी से बरेली तक के रोड बनाने का ठेका जीबी आर कंपनी द्वारा लिया गया था परंतु यह कंपनी भी शीघ्र काम छोड़कर भाग गई. कई कर्मचारी और मशीनों का भुगतान नहीं किया जा सका. इसके बाद भागवती कंपनी आई, वह भी भागने की कगार पर है. परंतु अब लोगों को एक तीसरी कंपनी बंसल से कुछ उम्मीदें है.
गड्ढे भरने का काम शुरू होना चाहिए: वर्तमान में रोड पर 4-5 फीट के गड्ढे हो गए हैं. इस रोड पर लोग मिट्टी कीचड़ में से किसी तरह निकल पाते हैं. किसी भी कंपनी का ठेका हो परंतु लोगों की परेशानी को देखते हुए शासन द्वारा इस रोड पर गड्ढे भरने की कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे लोगों को निकलने में आसानी हो.
जनप्रतिनिधि भी साधे हैं चुप्पी: उल्लेखनीय है कि बरेली उदयपुरा विधानसभा में इस रोड का निर्माण होना है. लेकिन इस जिले में 3 मंत्री होने के बाद भी सड़क नहीं बन पा रही है, लोगों को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खराब सड़क के कारण परेशान हो रहे है लोग.