शहर की सुरक्षित और पाश कालोनी में बुधवार को सरेशाम वैन सवार बदमाशों ने कारोबारी के 11 साल के बेटे को अगवा कर लिया. बदमाश कालोनी के अंदर से उसे वैन में डालकर ले गए. करीब 4 घंटे बाद बदमाशों ने उसे मारपीटकर जीआरएम के पास फेंक दिया और भाग निकले.
उसकी तलाश में जुटे परिवार और पड़ोसियों को वारदात का पता चला तो दशहत में आ गए. बच्चे की मानें तो बदमाश किसी और की तलाश में थे. प्रेमनगर पुलिस ने बच्चे से काफी देर तक पूछताछ की और कालोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे. अभी इस मामले में पुलिस की जांच में कुछ हाथ नहीं आया है.
जनकपुरी कालोनी में रहने वाले दीपांकर अरोड़ा गारमेंट कारोबारी हैं. उनकी शीतल गारमेंट नाम से शाप है. दीपांकर का बेटा वंश मानस स्थली स्कूल में कक्षा 7 में पढ़ता है. दीपांकर का जनकपुरी कालोनी में ही दूसरा घर भी है जहां परिवार के लोग रहते हैं.
उनके भाई धीरज के मुताबिक, शाम करीब 4 बजे भतीजा वंश दूसरे घर जा रहा था जो डा. विजय गुप्ता के पास है. कालोनी में ही अचानक उसके पास एक वैन आकर रुकी जिसमें 3 युवक बैठे थे, तीनों ने चेहरे को कपड़े से ढक रखा था. एक युवक ने वंश से कहा कि वह उसे घर छोड़ देंगे. इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, बदमाशों ने जबरन उसे वैन में डाल लिया और तेजी से वहां से भाग निकले.
बदमाशों ने उसका मुंह दबा दिया जिससे वह चीख नहीं सका. रास्ते में मनोहर भूषण इंटर कालेज के पास दूसरी वैन में बदमाशों ने उसे डाल दिया जिसमें दो और बदमाश सवार थे. बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी और नाम, पता, पिता के बारे में पूछताछ शुरू की. उसे घूंसे से खूब पीटा और पिता का मोबाइल नंबर पूछा.
उस वक्त वंश को पिता का नंबर याद नहीं आया. करीब 3 घंटे उसे प्रताडि़त करने के बाद एक बदमाश ने कहा कि गलती से दूसरा बच्चा उठ गया है. इसके बाद बदमाश उसे जीआरएम के पास फेंककर भाग निकले. बकौल वंश, वहां एक महिला के मोबाइल से उसने पिता को फोन किया और पूरी घटना बताई.
उधर, वंश के लापता होने से पूरा घर परेशान हो गया था और उसकी तलाश की जा रही थी. करीब 8 बजे घरवाले उसे साथ लेकर आए और पुलिस को पूरी घटना की सूचना दी.