सब्जी और राशन की कालाबाजारी तो आम बात थी मगर अब शहर में दूध की भी कालाबाजारी होने लगी है. देहात के दूधियों से 25 से 28 रुपये लीटर दूध खरीदकर डेयरी कारोबारी उसे दोगुने से अधिक दामों पर बेच रहे हैं.
ग्राहकों के साथ हो रही इस लूट पर प्रशासन खामोश है. देश से मिल्क पाउडर के निर्यात पर इस वक्त रोक लगी हुई है. इस वजह से पाउडर बनाने वाले प्लांट में दूध की खपत लगभग बंद है. सहालग सीजन होने के कारण दूध की मांग भी कम हो गई है.
ऐसे में दूध की कीमत घटकर आधी रह गई है. गांव देहात के दूधिए शहर की डेयरियों पर औने-पौने दाम में दूध बेचकर जा रहे हैं. मगर, शहर की डेयरियों में दूध के दाम कम नहीं किए जा रहे हैं.
बरेली में दूध की कई मंडियां : शहर में दूध की कई मंडियां हैं. सिटी धर्मदत्त, डेलापीर, कुतुबखाना, बानखाना, सुभाषनगर, नकटिया में दूध की मंडियां लगती हैं. यहां एक मंडी में प्रतिदिन दो-तीन सौ कुंतल दूध पहुंचता है.
यह दूध बरेली के अलावा बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत से भी आता है. सुबह सात बजे से दस बजे मंडी में दूध बिकता है. मिठाई व्यापारी, कैटरिंग संचालक दूध को खरीदते हैं.