एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के रूसा के बजट से ग्यारह विभागों में स्मार्ट क्लास बनेगी। स्मार्ट बोर्ड आ गए हैं। अब क्लास में इनको लगाया जाएगा। डिजिटल बोर्ड होने से पढ़ाई स्मार्ट तरीके से हो सकेगी। ये डिजिटल बोर्ड इतने एडवांस हैं कि टच से ही इस पर लिखा जा सकेगा। कंप्यूटराइज होने से क्लास में वर्चुअल क्लास की सुविधा भी मिल सकेगी। छात्र पावर प्वाइंट से अपने प्रोजेक्ट भी प्रदर्शित कर सकेंगे। इसी सत्र से 11 विभागों में स्मार्ट क्लास की सुविधा हो जाएगी।
फार्मेसी में केमिकल नहीं, कैसे करें शोध
विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में अब तक केमिकल की आपूर्ति नहीं हो सकी है, जिस कारण छात्र लैब में कार्य नहीं कर पा रहे। कई छात्र तो अपने पास से केमिकल लाकर प्रयोग करते हैं। पिछले माह ही विभाग की तरफ से डिमांड विश्वविद्यालय प्रशासन को दी गई है। छात्रों का कहना है कि केमिकल न होने से लैब के कार्य नहीं हो पाते। लैब के लिए 80 से ज्यादा केमिकल की जरूरत है। सत्र शुरू हुए दो माह बीत चुके है, लेकिन लैब का कार्य ठंडा पड़ा है। केमिकल आने में अब भी एक माह से ज्यादा वक्त लग जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि केमिकल की डिमांड भेज दी है। अभी केमिकल मिले नहीं हैं। वहीं पीसीआई ने अनिवार्य कर दिया है कि सिलेबस में दिए गए केमिकल पर ही लैब कराई जाएगी। अब तक केमिकल न होने पर दूसरे केमिकल पर लैब टेस्ट करा दिया जाता था।