एडीजी प्रेमप्रकाश ने सोमवार सुबह को बैंक चेकिंग करने के निर्देश दिये थे. उन्होंने गाड़ियों को चेक करने, लोगों की तलाशी लेने के लिये कहा था. पूरे जिले भर में चेकिंग शुरू हो गई. चेकिंग की असलियत जानने के लिये एडीजी खुद निकल पड़े.
एडीजी के रियलिटी चेक में इज्जतनगर थाना पुलिस फेल हो गई. त्योहारों की छुट्टी के बाद बैंक खुलने की वजह से एडीजी ने लूट व रोड होल्डअप की घटनाओं को रोकने के लिये चेकिंग का आदेश दिया था. एडीजी रियलिटी चेक करने निकले तो इज्जतनगर की कर्मचारी नगर चौकी पर दरोगा आराम फरमाते मिले.
एक्शन में आये एडीजी ने दोनों दरोगाओं को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. कंट्रोल रूम से मामले की रिपोर्ट आईजी और एसएसपी को भेजी गई है.
एडीजी एयरफोर्स गेट से लेकर पीलीभीत रोड, बैरियर टू, सेटेलाइट, विश्वविद्यालय रोड पर चेकिंग का जायजा लिया. इसके बाद एडीजी ने कर्मचारी नगर बाईपास की ओर रुख किया. मिनी बाईपास पर चेकिेंग न होते देख एडीजी का माथा ठनका. उन्होंने पूछा कि यहां कितने पुलिस वालों की ड्यूटी है. पता लगा कि कर्मचारी नगर चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह और दरोगा लालाराम चेकिंग कर रहे हैं.
थाने से सूचना मिलने के बाद भी एडीजी को चेकिंग नजर नहीं आई. एडीजी की गाड़ी चौकी पर ही पहुंच गई. देखा तो दोनों दरोगा चौकी में आराम फरमा रहे थे. जिस पर एडीजी ने दोनों दरोगाओं को तत्काल सस्पेंड कर दिया है. एडीजी ने कहा कि हवा हवाई चेकिंग बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
एडीजी प्रेमप्रकाश ने बताया कि जिले भर की पुलिस को बैंक चेकिंग का आदेश दिया था. सभी जगहों पर बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही थी. मिनी बाईपास पर दरोगा चेकिंग करने के बजाय चौकी में बैठे थे. एसएसपी को दोनों दरोगाओं को सस्पेंड करने के निर्देश दिये गये हैं.
पुलिस अधिकारियों के मुंह से चेकिंग का आदेश मिलते ही पुलिस वाले वसूली में जुट जाते हैं. बैंक चेकिंग में भी तलाशी लेना छोड़ गाड़ियों का बीमा और प्रदूषण चेक करने लगते हैं. इसके अलावा कमांडर हाउस से कई बार चेकिंग का आदेश होता है, लेकिन पुलिस सड़क पर नहीं होती है. एडीजी के रियलिटी चेक में इसका खुलासा हो गया है.