हेड पोस्ट ऑफिस में जीरो बैलेंस के चेक का घोटाला 2 करोड़ से ऊपर पहुंच गया है. पुलिस ने घोटालेबाज डिप्टी पोस्ट मास्टर वाई के शर्मा के साथ- साथ उसकी पत्नी व बेटों के नाम दर्ज संपत्ति और खातों में जमा रकम का पता लगा लिया है. अब केस ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर किया जाएगा. केस की पूरी रिपोर्ट पोस्ट ऑफिस के दिल्ली हेडक्वार्टर भी भेजी जाएगी.
बेटे के 9 अलग- अलग अकाउंट
पुलिस जांच में आया कि डिप्टी पोस्ट मास्टर के नाम जागृति नगर सुभाषनगर में 45 लाख की कीमत के दो मकान हैं. यह मकान भी सरकारी चेक देकर ही खरीदे गए हैं. उसकी पत्नी के अकाउंट में 74 लाख रुपए जमा हैं. उसके बेटे के 9 अलग- अलग बैंक अकाउंट हैं, जिनमें 90 लाख रुपए जमा हैं.
प्रवर अधीक्षक डाकघर बरेली मंडल की ओर से उसके बेटे व पत्नी के बैंक अकाउंट नंबर विवेचक को उपलब्ध कराए गए थे. हालांकि डिप्टी पोस्ट मास्टर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. इसके अलावा उसके व उसकी पत्नी व बेटों की संपत्ति की बिक्री या ट्रांसफर पर भी रोक लगाई जा चुकी है.
सिस्टम पर भी जीरो दिखाता रहा
हेड पोस्ट ऑफिस में गबन करने वाला वाईके शर्मा ऑफिस के सिस्टम में भी छेड़छाड़़ करता था. जिस सिस्टम में चेक रिकॉर्ड दर्ज होते थे उसमें जीरो दिखाता था. ताकि, मुख्यालय ने उसके गबन के के बारे में पता न चल सके. हालांकि, चेक के रिकॉर्ड को रजिस्टर में भी मेंटेन किया जाना था.
लेकिन वाईके शर्मा के अंडर में काम करने वाला हेड खजांची उमेश बाबू दिन भर में कटने वाले चेक का ब्यौरा मांगता ही नहीं था. जबकि शहर और उप डाकघर को मिला कर रोजाना 150 चेक कटता है. रजिस्टर और सिस्टम में रिकॉर्ड मेंटेन नहीं होने से गबन का मामला पिछले दो वर्ष से दबा रहा.