बुधवार को नगर निगम की जेसीबी सिकलापुर की मेन रोड पर चली. यहां लोगों ने नाले के ऊपर चबूतरे व दुकानों के शटर बना लिए थे.
जिन्हें ध्वस्त कर दिया गया लेकिन टीम ने एक नेता के रिश्तेदार की दुकान का चबूतरा छोड़ दिया. इससे व्यापारी भड़क गए.महापौर से शिकायत की. इसके बाद नेता की भी नहीं चली. रिश्तेदार का चबूतरा ढहा दिया गया.
अतिक्रमण प्रभारी उत्तम कुमार वर्मा व आरके सोनकर के नेतृत्व में जैसे ही निगम की टीम सिकलापुर चौराहे पर पहुंची. वैसे ही दुकानदारों ने बाहर रखा सामान समेटना शुरू कर दिया. यहां अधिकतर दुकानें नाली के ऊपर बनाई गई थी.
सड़क से सीढ़ियां तक बना ली थीं. नाले के ऊपर दुकानों के शटर तक बना लिए थे. यहां टीम ने जेसीबी चलवाई और सबकुछ ढहा दिया. दुकानों की टीन शेड, स्लैब, रैलिंग तोड़ दी. टीम शिवा प्लाईवुड पहुंची तो उन्होंने खुद को एक बड़े नेता का रिश्तेदार बताया.
इस पर टीम ने दुकान का अतिक्रमण नहीं हटाया और आगे बढ़ गई. इसी दौरान पक्षपात का आरोप लगाते हुए बरेली फर्नीचर मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विरोध शुरू कर दिया.
अध्यक्ष प्रदीप गोयल, सुधीर जायसवाल, प्रमोद गोयल, गौरव गर्ग, विनोद शर्मा, नीरव अग्रवाल आदि ने महापौर को फोन कर पक्षपात का आरोप लगाया. इस पर महापौर ने टीम को सभी के अतिक्रमण तोड़ने के निर्देश दिए.
बाद में टीम ने शिवा प्लाईवुड का अवैध निर्माण भी तोड़ दिया. नाले पर बने शौचालय व दुकानें भी ढहा दीं. शाम तक टीम ने करीब 34 अवैध निर्माण तोड़े. इस दौरान अनुज कुमार, जयपाल सिंह पटेल, हीरा लाल, आनंद स्वरूप आदि मौजूद रहे.