साल भर के इंतजार के बाद फिर शहर में पहाड़ की छटा बिखरेगी. उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा और रहन-सहन को समेटे तीन दिवसीय उत्तरायणी मेला बरेली क्लब के मैदान में सजेगा. पर्वतीय संस्कृति से ओत-प्रोत मेले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे.
गुरुवार को मेला मैदान पर उत्तरायणी जनकल्याण समिति के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी. सदस्यों ने बताया कि 13 जनवरी को रंगयात्र के साथ मेले का शुभारंभ होगा. सुबह 10 बजे कोतवाली के सामने अंबेडकर पार्क से रंगयात्र शुरू होकर मैदान पहुंचेगी.
मेले में स्वच्छ भारत मिशन का संदेश भी दिया जाएगा. उत्तराखंड के हस्तशिल्प उत्पाद की खरीदारी का मौका मिलेगा. उत्तराखंड सरकार ने इसके लिए करीब 20 दुकानें लगाई हैं.
साथ ही मनोरंजन के लिए आकर्षक झूले लगाए गए हैं. लजीज व्यंजनों का लुफ्त उठाने का भी आगंतुकों को मौका मिलेगा. इसके अलावा गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के कलाकार अपनी संस्कृति से परिचित कराकर कला का प्रदर्शन करेंगे.
शुक्रवार को सभी टीम प्रतिभा दिखाने पहुंच जाएंगी. आयोजकों के अनुसार उत्तराखंड व उप्र के मुख्यमंत्री के आने का फिलहाल कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है.