पूरे देश में सबसे स्वच्छ दिखाई देने के लिए मुहिम तेज हो गई है. स्वच्छता की तस्वीर को सवारने और देश में नंबर वन पर आने के लिए होड मची है.
4041 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण किया जा रहा है. बरेली का मुकाबला सीधे मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, झांसी और गाजियाबाद जैसे शहरों से है.
जनता को जागरूक करने के लिए नगर निगम मुहिम चला रहा है. पिछली बार 434 शहरों में बरेली 298 पायदान पर पहुंचा था. लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी शहर गंदा वाली सूची में शामिल हुआ था.
यूपी के टॉप-10 शहरों की लिस्ट से भी बरेली बाहर हो गया था. वजह चाहे प्लानिंग में कमी रही हो या फिर सफाई व्यवस्था की, जनता और सरकारी मशीनरी की हसरतें भी इन्हीं टूटी उम्मीदों का हिस्सा बन गई थीं.
इस बार कोई गलती न हो इसलिए नगर निगम ने स्वच्छता मुहिम को पैना कर दिया है. गंदगी का लगा दाग तो स्मार्ट सिटी रेस से होगा बाहर केंद्र सरकार की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जा रहा है.
बरेली का नंबर अभी शुरू नहीं हुआ है, मगर सफाई व्यवस्था से लेकर जनता को जागरूक करने की मुहिम चल रही है. पिछली बार की तरह शहर पर गंदगी का दाग लगा तो बरेली एक बार फिर स्मार्ट की रेस से बाहर हो सकता है.