शहर को स्मार्ट बनाने की दिशा में नगर निगम ने काम शुरू कर दिया है. बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के गठन के बाद अब बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का पहली बैठक दो मई को रखी गई है.
इसमें निदेशक मंडल आगे की कार्यवाही पर मंथन करेगा, पीएमसी के चयन और बजट आदि के संबंध में रूपरेखा तैयार करेगा.
स्मार्ट सिटी योजना में शामिल होने के लिए नगर निगम ने कंसल्टेंट कंपनी दाराशा से 1902 करोड़ रुपये का विस्तृत प्रोजेक्ट बनाकर सरकार के सामने पेश किया. इसमें जरी-जरदोजी समेत अन्य लघु उद्योगों को लिया गया है.
केंद्र सरकार ने चौथे राउंड में 19 जनवरी को बरेली को स्मार्ट सिटी में चयनित कर लिया था. इसके बाद नगर निगम ने बीते दिनों बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी को रजिस्टर्ड भी करा लिया.
अब दो मई को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक रखी है. इस कंपनी में कमिश्नर चेयरमैन और नगर आयुक्त सीईओ हैं. कमिश्नरी सभागार में सुबह 11 बजे से कमिश्नर की अध्यक्षता में बैठक होगी.
बैठक में होगी आगे की तैयारी
बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के नौ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नगर आयुक्त की नियुक्ति का अनुमोदन होगा.
सभी सदस्यों के शेयर पर भी चर्चा की जाएगी. कंपनी सचिव की नियुक्ति के बारे में भी मंथन किया जाएगा. बैठक की सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आगे की कार्यवाही होगी.
तय की जाएगी पीएमसी
इस बैठक के बाद नगर निगम को प्रपोजल के मुताबिक शहर में काम करवाने के लिए पीएमसी (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी) को चुनना होगा. इसके लिए नगर निगम टेंडर करेगी, जिसमें देश-विदेश की कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा.
उन कंपनियों के अनुभव, गुणवत्ता और टीम की योग्यता के हिसाब से ही कंसल्टेंसी का चयन किया जाएगा. कंसल्टेंसी विस्तृत डीपीआर तैयार करेगी. फिर बजट की मांग शासन से की जाएगी.
इस तरह मिलेगा बजट
स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक हजार करोड़ का बजट रखा गया है. इस धनराशि में से पांच सौ करोड़ रुपये केंद्र सरकार देगी, बाकी की रकम राज्य सरकार को देनी होगी. शुरुआत में केंद्र और राज्य सरकार से दो-दो सौ करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
प्राथमिकता के आधार पर होंगे काम
बजट मिलने के बाद कामों को प्राथमिकता के हिसाब से शुरू कराया जाएगा. शुरुआत में पहले से चल रहे काम पूरे होंगे. इसमें जरी-जरदोजी, अमृत योजना के पार्को के सुंदरीकरण और पेयजल के काम शामिल हैं. उसके बाद नगर निगम अपने प्राथमिकता वाले काम कराएगा.
इसमें नगर निगम बिल्डिंग, सुगम यातायात, सिटी बस, मोबाइल एप, पार्किग आदि काम शामिल हैं. इसके साथ ही सतत वातावरण, स्मार्ट गवर्नेस, पैन सिटी के काम भी होंगे.
वर्जन —-
बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी की पहली बैठक दो मई को रखी गई है. इसमें बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति के अनुमोदन के साथ ही आगे की प्लानिंग पर चर्चा होगी.
-आरके श्रीवास्तव, नगर आयुक्त