यातायात के नियमों की आम लोगों से कहीं ज्यादा सरकारी महकमों के लोग धज्जियां उड़ा रहे हैं. हाल ही में नए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने के मामलों को श्रेणीबद्ध कराया तो पता चला कि आम पब्लिक के बजाय पुलिस, होमगार्ड और आरपीएफ जैसे उन महकमों के लोगों को ट्रैफिक रूल्स का सम्मान करना सिखाना कहीं ज्यादा जरूरी है जिन पर इन नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी है.
बड़े पैमाने पर नियम तोड़ते हुए पकड़े गए सरकारी महकमों के लोगों को फिलहाल दूसरी बार गलती करने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है. उधर, एडीजी प्रेमप्रकाश ने भी हेलमेट को सभी दोपहिया वाहन चलाने वालों के लिए अनिवार्य करने का आदेश दिया है.
एसएसपी के आदेश पर चलाए गए चेकिंग अभियान में सिर्फ पुलिस ही नहीं, दूसरे सरकारी विभागों के मुलाजिम भी नियमों का पालन करते नहीं मिले. चौराहों पर सिग्नल तोड़कर निकलने और बगैर हेलमेट बाइक चलाने वालों में इनकी तादाद अच्छी-खासी पाई गई.
एक से 15 मई के बीच चले अभियान में यातायात पुलिस ने 1450 पुलिस वालों के वाहनों की जांच की जिनमें 152 के चालान किए गए, जबकि 1298 पुलिसकर्मियों को नियम तोड़ने पर चेतावनी देकर छोड़ा गया. इसी तरह 245 होमगार्ड में से 190 के चालान किए गए. 40 आरपीएफ वालों को भी नियम तोड़ते हुए पकड़ा गया.
एसएसपी कार्यालय में बिना हेलमेट नो एंट्री
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सरकारी कर्मचारियों पर सख्ती शुरू की है. पुलिस कार्यालय और थानों में बिना हेलमेट एंट्री बैन कर दी गई है. यातायात पुलिस को सड़क पर नियम फॉलो कराने के निर्देश दिए गए हैं. एसएसपी ने हेलमेट को फैशन के तौर पर अपनाने के लिए कहा है.
यह हाल है सरकारी महकमों के मुलाजिमों का विभाग वाहन जांचे चालान काउंसलिंग
पुलिस 1450 152 1298
बिजली 156 34 121
होमगार्ड 245 190 55
आरपीएफ 40 22 18
शिक्षा 135 80 55
नगर निगम 51 25 26
परिवहन 18 12 6
प्रशासकीय 45 34 11
बैकिंग 51 35 16
राजस्व 45 14 31
सिंचाई 25 12 13
सरकारी विभागों के लोगों को भी अपनी सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करना चाहिए. हमारे अभियान में बड़ी संख्या ऐसे सरकारी कर्मचारी पकड़े गए जिन्होंने नियमों को तोड़ा, उन्हें चेतावनी दी गई है. अगर दोबारा पकड़े गए तो दोगुना जुर्माना वसूलने की कार्रवाई होगी.
– कमलेश बहादुर, एसपी ट्रैफिक