यूपी के बरेली में एक महिला को बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप करने की वारदात सामने आई है. महिला को नौकरी का झांसा देकर पहले मुरादाबाद से बरेली लाया गया था. इसके बाद उसे बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया.
महिला ने जब भागने का प्रयास किया तो लोहे की सरिया से उसे बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसके पैर जख्मी हो गए हैं. अब महिला जिला अस्पताल में ज़िन्दगी और मौत के बीच झूल रही है.
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती महिला को दो परिचित युवक नौकरी का झांसा देकर बरेली लाये. फिर उसे सुभाषनगर इलाके में एक घर मे कैद करके रखा गया. आरोप है कि यहां उसे देहरादून बेचने की बात भी दरिंदो ने किसी से की.
इसके बाद महिला के साथ दोनों दरिंदो ने गैंगरेप किया. जब महिला ने भागने का प्रयास किया तो उसकी लोहे की सरिया से पिटाई की, जिससे उसके पैर में बुरी तरह जख्मी हो गया. महिला की हालत बिगड़ती देख बदमाशों ने उसे दवा दी.
इसके बाद दवा के रिएक्शन से उसका पूरा शरीर बेकार हो गया है. दरिंदे महिला को मरणासन्न हालत में जिला अस्पताल छोड़कर फरार हो गए हैं.
महिला को होश आने पर उसने डॉक्टरों को अपने घर का पता और फोन नम्बर दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने परिजनों को फोन करके जानकारी दी.
महिला की मां और बहन जब जिला अस्पताल पहुचीं तो उसकी हालत देखकर परेशान हो गईं. जानकारी के अनुसार महिला का पूरा शरीर खराब हो चुका है. उसके शरीर से बदबू आ रही है. महिला की बहन ने बताया कि बहन के पैर में कीड़े पड़ गए हैं.
पता चला कि महिला शादीशुदा है और उसके 10 साल का एक बेटा है. पति ने उसे छोड़कर दूसरी शादी कर ली है. इस वजह से महिला किराये पर अपने बेटे के साथ रहकर प्राइवेट नौकरी कर रही थी.
बहन का कहना है कि उसकी मां ने मुरादाबाद पुलिस से न्याय की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने ये कहकर भगा दिया कि घटना बरेली में हुई है इसलिए बरेली जाओ.
महिला की मां जब बरेली आई तो बरेली पुलिस ने कहा कि मामला मुरादाबाद का है, वहां जाओ. काफी दौड़ भाग के बाद सुभाषनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
वहीं इस मामले में एसपी सिटी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उनका कहना है कि जांच में मामला सही पाया गया और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.