सोमवार को अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. महिला जागृति मंच के साथ पब्लिक रामपुर गार्डन स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पहुंची और जमकर हंगामा किया.
लोगों का कहना था कि लगातार हो रही बिजली कटौती के चलते पूरी दिनचर्या प्रभावित हो गई है. लाइट कब आएगी, कब जाएगी, कुछ पता नहीं रहता. इसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रामपुर गार्डन स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि कई बार शिकायत के बाद न तो जर्जर खंभे बदले जा रहे और न ही तारों को बदला जा रहा है. इसके चलते आए दिन लोकल फाल्ट हो रहा है. कई बार विभागीय अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. मनु नीरज ने कहा कि एसडीओ, जई और बिजली कर्मचारी फोन नहीं उठाते हैं. बिजली कटौती कब होनी है, इसकी पहले से लोगों के पास कोई सूचना नहीं होती है.
साथ ही रात में कटौती गर्मी को देखते तत्काल बंद होनी चाहिए. उनकी मांग नहीं मानी गई तो 2004 जैसे आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही बिजली आपूर्ति सही हो जाएगी.
ऊर्जा मित्र का उड़ गया फ्यूज
उपभोक्ताओं के जागरूक होते ही बिजली विभाग का अप्लीकेशन उर्जा मित्र फेल हो गया है. बिजली कटौती, लोकल फाल्ट, ट्रिपिंग की सूचना अब लोगों को नहीं मिल रही है. अप्लीकेशन लांच होने के बाद अब करीब 65 फीसदी उपभोक्ताओं ने इस पर रजिस्ट्रेशन करा लिया है.
लेकिन अप्लीकेशन पर जानकारी अपडेट नहीं होने की वजह से लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है.बिजली विभाग ने 1 मई को उर्जा मित्र अप्लीकेशन लांच किया था. शुरूआत में इस पर 72 हजार उपभोक्ता पंजीकृत थे जो 50 फीसदी से भी कम है.
उपभोक्ता जागरूक हुए और अब 1 लाख 5 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है. करीब 65 प्रतिशत रजिस्टे्रशन होने के बाद अब यह अप्लीकेशन ही सही काम नहीं कर रहा है.