बिना इजाजत प्रतिरोध मार्च निकाल रहे वामपंथीसंगठनों के पदाधिकारियों से पुलिस की तीखी झड़प हो गई. पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि सीओ फर्स्ट कुलदीप कुमार ने लाठीचार्ज कर भगाने की धमकी दी. वही सीओ का कहना है कि बिना इजाजत मार्च निकलने से जाम लग रहा था. इस कारण पुलिस पहुंची थी. धमकाने के आरोप गलत हैं.
रविवार को सीपीआईएम,सीपीआई, सीपीआई माले , मजदूर मण्डल आदि ने आरएसएस पर नफरत की राजनीति का आरोप लगाते हुए मार्च निकाला. मार्च में ई-रिक्शा चालकों के शामिल होने से जाम लग गया.
कोतवाली के सामने सीओ से इजाजत के सवाल परपदाधिकारियों की तीखी झड़प हो गई. वामपंथी नेताओ ने सीओ से कहा हम अपना काम कर रहे हैं. आपको जो करना है वो करिये. हम गिरफ्तारी देने को भी तैयार हैं. सीओ ने लोगों को नारे लगाने से रोका तो विवाद और बढ़ गया. आरोप है कि सीओ ने लाठीचार्ज की धमकी दी.
इस दौरान राजीव शांत, तारकेश्वर चतुर्वेदी, राजेन्द्र सिंह चौहान, राजेश तिवारी, विराट कन्नौजिया आदि मौजूद रहे.