पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल ऊर्जा संरक्षण को लंबे समय से काम कर रहा है. अब सोलर पैनल से रेलवे स्टेशनों को जगमगाया जा रहा है. छोटे-बड़े स्टेशनों और आफिसों में पैनल सिस्टम लगा दिए गए हैं. पीपी मॉडल के तहत बहुत ही तेजी से काम कराया गया.
रेलवे को अब पॉवर हाउस से बिजली नहीं खरीदनी होगी. रेलवे अब हर साल 7.30 लाख यूनिट की बचत करेगा. इज्जतनगर रेल मंडल ने उड़ीसा की एक कंपनी से 25 साल के लिए सोलर पैनल सिस्टम के लिए करार किया है. कंपनी रेलवे को 4.86 रुपये प्रति यूनिट रेट में बिजली देगी,
जबकि बिजली विभाग से प्रति यूनिट सात रुपये में बिजली खरीदनी पड़ती थी. कंपनी ने इज्जतनगर मंडल आफिस, रेल कारखाना के साथ-साथ मंडल के छोटे-बड़े 114 रेलवे स्टेशनों पर सोलर पैनल सिस्टम लगाए हैं. शत प्रतिशत एलईडी और लाइट फिटिंग की जा चुकी है.
स्टेशनों और आफिसों की छतों पर पैनल लगा दिए गए हैं. 25 साल तक रिपेयरिंग का खर्च भी कंपनी ही उठाएगी. रेलवे को अब हर साल 7.3 लाख यूनिट बिजली की बचत होगी.
इससे करीब 51 लाख रुपये साल की बचत होगी. जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है, रेलवे ऊर्जा संरक्षण को लेकर लंबे समय से काम कर रहा है.
अब सोलर पैनल से रेलवे में बिजली व्यवस्था को शुरू कराया गया है. स्टेशनों और आफिसों में प्राइवेट कंपनी के माध्यम से पैनल सिस्टम लगाए गए हैं. 4500 एलईडी लाइट लगाई गई हैं. जिनसे बिजली की कम खपत होगी.