ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारियों की लापरवाही से अमरनाथ एक्सप्रेस पलटने से बाल बाल बची. लोको पायलट रामरतन की होशियारी से बड़ा हादसा होने से बच गया.
स्लीपर से इंजन क्षतिग्रस्त हो गया. मामले की जांच को टीम बनाई गई है. इस मामले में स्टेशन मास्टर, रेल पथ निरीक्षक समेत कई कर्मचारियों पर गाज गिरने की आशंका जताई जा रही है.
रविवार दोपहर करीब 12:05 बजे मुरादाबाद की ओर से जम्मू तवी-गोरखपुर अमरनाथ एक्सप्रेस बरेली की ओर आ रही थी. सीबीगंज में अटरिया गांव के पास रेल ट्रैक पर मरम्मत कार्य चल रहा था. कर्मचारियों ने एक स्लीपर ट्रैक पर ही छोड़ दिया.
स्टेशन मास्टर ने बिना किसी जानकारी के ट्रेन को सिग्नल दे दिया. गाड़ी की रफ्तार करीब 60-70 के आसपास होगी. इंजन में स्लीपर फंस गया. जिससे ट्रेन पलटते-पलटते बची. यात्रियों की पुकार मच गई. लोको पायलेट ने किसी तरह गाड़ी को रोक लिया.
कंट्रोल रूम को सूचना दी गई. रेलवे में खलबली मच गई.. बरेली और रामपुर सेक्शन से कई रेल मौके पर पहुंचे. गाड़ी को पीछे हटाकर स्लीपर को बाहर निकाला गया.करीब एक घंटे तक अमरनाथ एक्सप्रेस वहीं खड़ी रही.
पीछे से आ रही सियालदह एक्सप्रेस को भी रोका गया. डीआरएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. आरपीएफ, लोको इंस्पेक्टर, स्टेशन मास्टर को जॉइंट रिपोर्ट बनाने को कहा गया. अधिकारियों का कहना है में स्टेशन मास्टर और रेल पथ निरीक्षक और गैंगमैनों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.