प्रभु श्रीराम ने प्रत्यंचा खींची, एक साथ 31 बाण चलाए. एक बाण रावण की नाभि में लगा और उसका अमृत घड़ा सूख गया. शेष 30 बाणों से उसके 10 सिर और 20 भुजाएं कटकर दूर जा गिरीं. लंकेश का संहार होते ही वानर सेना श्रीराम की जयकार करने लगी और देवता पुष्प वर्षा करने लगे.
इसी के साथ अहंकारी रावण का अंत हो गया. शुक्रवार को विजयदशमी पर शहर में कई जगह चल रही लीला में रावण संहार का मंचन हुआ. मंच पर रावण का वध होते ही वहां लगा पुतला धूं-धूंकर जल उठा.
जल उठा 90 फुट का विशालकाय लंकेश: वनखंडीनाथ मंदिर लीला में शुक्रवार को रावण वध की लीला का मंचन हुआ. अंतिम चरण के युद्ध में श्रीराम और रावण आमने-सामने थे. वानरों और राक्षसों के साथ ही तमाम जीव-जंतु खामोशी से यह भयानक युद्ध देख रहे थे. विभीषण के बताने पर श्रीराम ने रावण की नाभि में बाण मारकर उसका अमृत सुखा दिया.
दूसरे बाण से उसके 10 सिर काटकर अलग कर दिए. रावण का वध होते ही यहां करीब 90 फीट ऊंचे रावण के पुतले में आग लगा दी गई. मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी जल उठे. लीला के मंचन में गिरधारीलाल साहू, सुरेशचंद्र राठौर, हरिओम राठौर समेत अन्य लोगों का सहयोग रहा.
डीएम के बटन दबाते ही जलने लगा लंकाधिपति : चौधरी तालाब की रामलीला में परंपरानुसार डीएम ने रावण का पुतला जलाया. यहां वर्षों से परंपरा है कि जैसे ही श्रीराम बाण मारकर रावण का वध करते हैं, ठीक उसी समय जिलाधिकारी के हाथों पुतला दहन होता है.
शुक्रवार को जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बटन दबाकर रावण का पुतला दहन किया. इसके साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला भी जल उठा. लोगों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाया और रावण का संहार होने पर खुशी जताई.
पुतले के साथ खाक हुआ रावण का अहंकार : सदर बाजार में चल रही रामलीला में शुक्रवार को रावण वध का मंचन किया गया. श्रीराम के साथ रावण के युद्ध का रोचक मंचन देखकर दर्शक रोमांचित हो गए. बार-बार बाण मारने पर भी रावण जीवित हो उठता, तब विभीषण ने बताया कि उसकी नाभि में अमृत कलश है. श्रीराम ने रावण की नाभि में बाण मारकर उसका संहार किया. इसके बाद उसके पुतले में भी आग लगा दी गई.
लंकेश का वध होते ही झूम उठी वानर सेना : कटराचांद खां मौर्य मंदिर में शुक्रवार को रावण वध, भरत मिलाप का मंचन हुआ. रावण का वध कर श्रीराम अयोध्या पहुंचे तो भाई भरत उनके चरणों पर गिर पड़े. श्रीराम ने भरत को उठाकर सीने से लगा दिया. भाइयों का मिलन और प्रेम देखकर लोग भावविभोर हो गए.
सुभाषनगर में लगा दशहरा मेला: सुभाषनगर रामलीला में शुक्रवार को रावण वध का मंचन हुआ. रावण का वध होते ही लोग श्रीराम की जयकार करने लगे. सुभाषनगर दशहरा मैदान में लोगों की खासी भीड़ जुटी थी. मेला देर रात तक गुलजार रहा. यहां बच्चों के लिए कई खास स्टाल भी सजाए गए. कार्यक्रम के आयोजन में अशोक तायल समेत अन्य लोगों का सहयोग रहा.
भरत मिलाप, राजतिलक का मंचन : बीआई बाजार में चल रही पर्वतीय समाज की राललीला में शुक्रवार को भरत मिलाप, श्रीराम राजतिलक का मंचन हुआ. अयोध्या पहुंचे श्रीराम, सीता और लक्ष्मण का भरत समेत सभी अयोध्यावासियों ने भव्य स्वागत किया. श्रीराम ने भाई भरत को गले लगाया तो दर्शकों की आंखें सजल हो उठीं. उसके बाद राजतिलक की लीला का मंचन हुआ.