अगर सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी में नाथ नगरी एयर टर्मिनल से उड़ान शुरू हो जाएगी. प्रशासन ने इसके लिए समन्वय बैठक बुलाई है. इसमें वायुसेना और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से शीघ्र एनओसी लेने की रणनीति बनेगी. निदेशक नागरिक उड्डयन निदेशक सूर्यपाल गंगवार ने सिविल एयर एन्क्लेव निर्माण संबंधी कार्यों का जायजा लिया.
उन्होंने हरहाल में 26 जनवरी से पहले हवाई सेवाएं शुरू करने पर जोर दिया. इसके बाद उन्होंने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार से मुलाकात कर जानकारी दी. शुक्रवार दोपहर नागरिक उड्डयन निदेशक/ विशेष सचिव सूर्यपाल गंगवार सिविल एयर एन्क्लेव का निरीक्षण करने पहुंचे.
उन्होंने वहां धीमी रफ्तार से चल रहे कार्यों में तेजी लाने को कहा. एक कोने में पानी भरा देखकर कारण पूछा तो बताया गया कि लो लैंड होने से ऐसी समस्या है. समतल होने के बाद समस्या दूर होगी. वाटर लेवल भी ऊपर है, इससे निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है. पता चला कि जलनिकासी के लिए जल निगम बाहरी और एयर अथॉरिटी आंतरिक क्षेत्र में काम करा रही है.
दोनों के बीच तालमेल नहीं है, इससे काम सुस्त है. जलनिगम का काम भी घटिया बताया गया. इस पर संयुक्त महाप्रबंधक राजीव कुलश्रेष्ठ ने कहा कि जलनिगम दोनों काम करा दे, तब तालमेल की समस्या नहीं होगी. भौतिक निरीक्षण करने के बाद निदेशक ने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार से मुलाकात में प्रगति संबंधी जानकारी दी.
उन्होंने मंत्री से आग्रह किया वे वायुसेना और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से शीघ्र एनओसी जारी करा दें. वायुसेना से एनओसी मिलने के बाद कम से कम तीन माह निर्माण कार्य पूरे कराने में लग जाएंगे.
72 सीट वाला होगा विमान
बरेली से हवाई सेवाएं शुरू करने की जिम्मेदारी निजी कंपनी जेट एयरवेज को सौंपी गयी है. विशेष सचिव गंगवार ने बताया कि कंपनी को एयरक्राफ्ट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. एयरक्राफ्ट की क्षमता 72 सीट होगी. इसके फेरे मांग के अनुसार ज्यादा होंगे.
40-45 मिनट में लखनऊ-दिल्ली तक
बरेली से दिल्ली और लखनऊ तक अलग-अलग घरेलू उड़ानें नए वर्ष में ही शुरू हो पाएंगी. बरेली से सिर्फ नौ सौ रुपया किराया तय किया गया है. बरेली से लखनऊ और दिल्ली का सफर 40-45 मिनट का होगा. हालांकि किराए पर अभी और मशक्कत होनी है, पिछले दिनों लखनऊ-प्रयागराज हवाई सेवा का किराया भी नौ सौ रुपये रखा गया है. बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, हिंडन समेत 15 स्थानों से क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत सेवाएं अगले तीन माह में शुरू हो जाएंगी.
एयरपोर्ट अथॉरिटी अफसरों ने त्रिशूल पर किया सर्वे
संयुक्त महाप्रबंधक एयरपोर्ट अथॉरिटी राजीव कुलश्रेष्ठ शुक्रवार दोपहर त्रिशूल हवाई अड्डे पर सर्वे टीम लेकर पहुंचे और एप्रन निर्माण आदि स्थल का अध्ययन किया. परिसर में प्रस्तावित निर्माण संबंधी सर्वे टीम ने जरूरी मानचित्र आदि भी तैयार किए. वायुसेना परिसर में ही एयर टैक्सी वे और एप्रन आदि प्रस्तावित है. मुख्य स्थल पर निर्माण होने के बाद वायुसेना परिसर का इस्तेमाल बंद हो जाएगा.
मुख्य भवन निर्माण को टेंडर
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एन्क्लेव परिसर में बड़ा प्रशासनिक भवन बनाने को टेंडर जारी कर दिया है, जबकि निर्माणाधीन पोर्टिको भवन जनवरी तक पूरा हो जाएगा. यहां से ही हवाई उड़ान संचालन आदि प्रक्रिया होगी.
14 को होगी संयुक्त बैठक
सिविल एन्क्लेव से उड़ाने जल्द से जल्द शुरू कराने को 14 नवंबर को संयुक्त समन्वय बैठक होगी. डीएम ने इसके अलावा बिजली, दूरसंचार, लोक निर्माण, सिंचाईं, जलनिगम, नगर निगम, वन आदि विभागों के अफसर बुलाए हैं.