नगर संसाधन केंद्र कोहाड़ापीर पर ग्रामीण क्षेत्र से आई 68 छात्रओं को बिना किसी सुरक्षा के ही रात में रुकवा दिया गया. इन छात्रओं को पावर एंजिल की ट्रेनिंग को बुलाया गया था. छात्रओं के साथ आई शिक्षिकाओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई. शोहदों को सबक सिखाने के लिए प्राइमरी स्कूलों में भी पावर एंजिल तैयार की जा रही हैं.
मीना पंचायत कार्यक्रम के तहत नगर संसाधन केंद्र कोहाड़ापीर पर भी छह ब्लॉक की छात्रओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. गुरुवार से यह ट्रेनिंग शुरू हुई. ट्रेनिंग शाम 4 बजे तक चलती है. इसके बाद छात्रओं को नगर संसाधन केंद्र पर ही रात्रि विश्राम करना होता है. आरोप है कि रात में वहां कोई भी शिक्षिका नहीं रुकी. जिनकी ड्यूटी थी वह पारिवारिक कारण से चली गई. सुबह छात्रओं ने जब इस बारे में बताया तो हंगामा मच गया.
टीचर लगा रही गलत आरोप
कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर अनिल चौबे ने आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि एक शिक्षिका रात एक बजे विवाह समारोह से नगर संसाधन केंद्र आई थी. वो अपना सामान यहां रखना चाह रही थी . ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने ही सुरक्षा को लेकर विवाद पैदा कर दिया. जबकि रात में दो लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी.
छात्रओं को बनाया जा रहा है पॉवर एंजिल
कार्यक्रम के तहत हर ब्लॉक से 20 छात्रओं का चयन कर उनको पॉवर एंजिल बनाया जा रहा है. कार्यक्रम के दूसरे दिन छात्रओं को उनके कानूनी अधिकार की जानकारी दी गई. जिला अस्पताल से आई डॉ पूजा सिंह ने छात्रओं में होने वाले शारीरिक बदलाव के बारे में बताया. नमिता गुप्ता, आशी आदि मौजूद रहे.