नगर निगम में सड़क, नाली, नाला, सीसी टाइल्स या अन्य कोई कार्य कराना अब आसान नहीं होगा. क्योंकि नगर निगम प्रत्येक वार्ड की टॉप टेन समस्याओं की लिस्ट तैयार करेगा, जिसके बाद सर्वाधिक जरूरत वाले कार्य पर ही मेयर और नगर आयुक्त ‘ओके’ की मुहर लगाएंगे.
साथ ही, डाक से आने वाले विकास कार्यो की मांग को सिरे से रिजेक्ट करने की संभावना जताई जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक बरेली निवासियों को अपनी समस्या लेकर नगर निगम पहुंचना होगा. वहीं, जोन बनने के बाद जोन कार्यालय पर भी व्यक्तिगत मुलाकात करना अनिवार्य है.
यूं होगा टॉप टेन का चयन
अधिकारियों के मुताबिक नगर निगम में प्रतिदिन 50 से ज्यादा निर्माण, साफ सफाई व अन्य कार्यो के अप्लीकेशंस पहुंच रही हैं. वर्ष भर में विभिन्न कार्यो के लिए हजारों की तादाद में अप्लीकेशंस पहुंच जाती हैं.
अधिकता की वजह से कार्य कराना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में अब प्रत्येक वार्ड की अलग फाइल बनेगी. संबंधित वार्ड के निवासियों की अप्लीकेशन संबंधित वार्ड की फाइल में अटैच हो जाएगी.
माह भर में किसी कार्य के लिए पहुंची सर्वाधिक अप्लीकेशंस की संख्या के आधार पर उस कार्य को संपन्न कराने का प्रस्ताव बोर्ड में रखकर उसे प्राथमिकता के आधार पर संपन्न कराया जाएगा.
ताकि न हो सके फर्जीवाड़ा
नगर निगम के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक डाक के जरिए नगर निगम कर्मचारियों को परेशान करने के लिए ही अप्लीकेशंस पहुंचती हैं.
क्योंकि जिसे जरूरत होती है वह नगर निगम कार्यालय पहुंचता है और नियमानुसार उसकी समस्या नोट कर दूर कराने का आश्वासन दिया जाता है.
अब जब 80 वार्डो में से मिली शिकायतों से टॉपटेन अतिआवश्यक कार्य चयन किए जाएंगे. तो उसमें डाक से मिले कार्यो की गणना नहीं की जाएगी.
क्योंकि अतिआवश्यक और बेहद जरूरी कार्य के लिए जरूरतमंद अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या रखते हैं न कि डाक के जरिए कार्यो की मांग की जाती है. ऐसी अप्लीकेशन रिजेक्ट होंगी.
प्रत्येक वार्ड से मिले कार्यो में जिन कार्यो की कराने की सर्वाधिक मांग होगी. नियमानुसार प्राथमिक स्तर पर उसे कराया जाना भी चाहिए. इसीलिए टॉपटेन कार्य की सूची तैयारी कर जनता को सुविधा मुहैया कराएंगे.
डॉ. उमेश गौतम, मेयर