बरेली के स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद शहर को स्मार्ट बनाने के लिए इन दिनों नगर निगम बड़े पैमाने पर अतिक्रमण अभियान चला रहा है. साथ ही नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए टैक्स वसूली का अभियान भी सख्ती से चलाया जा रहा है.
इसी क्रम में नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस्लामिया मार्केट की करीब 110 दुकानों को सील कर दिया है. इन दुकानों पर नगर निगम का एक करोड़ 30 लाख का टैक्स बकाया था.
बार बार चेतावनी देने पर जब नगर निगम में टैक्स नहीं जमा किया तो नगर निगम की टीम ने इस्लामिया मार्केट की सभी दुकानों को सील कर दिया. नगर निगम की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया और दुकानदारों ने नगर आयुक्त से मदद की गुहार लगाई है.
दुकानदारों का कहना है कि वो किराए के साथ ही नगर निगम के टैक्स का पैसा इस्लामियां कॉलेज की कमेटी को दे रहे हैं. इन्होंने यह पैसा नगर निगम में जमा नहीं किया और उसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ रहा है.
इस्लामिया मार्केट के कपड़ा व्यापारी मोहम्मद आलम का कहना है कि टैक्स न जमा होने के कारण उनकी दुकान सील की गई है. इस कार्रवाई की पहले उनको कोई सूचना भी नहीं दी गई थी. जबकि वो इस्लामिया कॉलेज की कमेटी के पास टैक्स जमा करते रहे हैं. दुकानदार का कहना है कि वो इस मामले में हाई कोर्ट में जा कर अपील करेंगे.
वहीं नगर आयुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इस्लामिया मार्केट की तरफ से कभी कोई टैक्स नहीं जमा किया गया है. इस्लामिया मार्केट के लोग बता रहे हैं कि वो कमेटी को टैक्स जमा कर रहे है. कमेटी ने दुकानदारों के साथ धोखा किया है.
कमेटी को कितना पैसा दिया उसका हिसाब उन्हें कमेटी से मांगना चाहिए और आगे उसी दुकान को खोला जाएगा जो नगर निगम के टैक्स को जमा कर देगा. इसके लिए अब दुकानदार नगर निगम भी आ रहे हैं.
नगर निगम की इस कार्रवाई से ऐसे लोगो में खौफ व्यापत हो गया है जो नगर निगम को टैक्स न देकर सरकार को चूना लगा रहे हैं.