अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर निगम की टीम को शुक्रवार को मेयर डा. उमेश गौतम के कंसल्टेंट की सिफारिश और रौब का सामना करना पड़ा है. सूद धर्मकांटा चौराहे से नगर निगम टीम ने जब अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो सिफारिश आनी शुरू हो गई.
सिफारिश करने वाला खुद को मिशन हॉस्पिटल में डा. उमेश गौतम का कंसल्टेंट बता रहा था. लेकिन निगम टीम ने उनकी बात अनसुनी कर अतिक्रमण तोड़ दिया. शुक्रवार सुबह 11 बजे नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता पुलिस फोर्स के साथ सूद धर्मकांटा चौराहे पर पहुंच गई.
अतिक्रमण दस्ता प्रभारी उत्तम कुमार वर्मा और अतिक्रमण टीम प्रभारी जयपाल सिंह पटेल के नेतृत्व में टीम ने जेसीबी से अतिक्रमण तोड़ना शुरू कर दिया. टीम जब त्रिवटीनाथ मंदिर गेट के पास पहुंची तो एक इंटरप्राइजेस की दुकान के आगे टीन शेड नहीं तोड़ने की सिफारिश लेकर एक शख्स पहुंच गए.
उन्होंने अपने को मिशन हॉस्पिटल में मेयर का कंसल्टेंट बताते हुए टीम से अतिक्रमण नहीं तोड़ने को कहा. सिफारिश के बाद अभियान काफी देर तक रुका रहा. इसके बाद टीम को निर्देश मिले की कोई अतिक्रमण नहीं छोड़ा जाएगा. टीम ने टीनशेड को जेसीबी से तोड़ दिया.
चाय–पकौड़ी बेचने वालों को भी राहत नहीं
नगर निगम ने जीआरएम के बाहर चाय और पकौड़े के ठेले लगाने वालों को भी राहत नहीं दी है. रोड किनारे चाय और पकौड़े बेचने वालों ने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री लोगों को पकौड़े और चाय जैसे कारोबार से जोड़ रहे हैं, वहीं नगर निगम हमारी रोजगारी को खत्म करने में लगा है.