दिन ढला ही था कि डकैत शहर में घुस आए. इज्जतनगर के शांतिविहार में तमंचों के बल पर परिवार को बंधक बनाया और लाखों का माल लूटकर फरार हो गए. बदमाशों के जाने के बाद किसी तरह से परिजन दरवाजा तोड़कर घर से बाहर निकले. पुलिस घर के पास के एक होटल के कैमरे से फुटेज हासिल कर रही है.
मूलरूप से बिहार के रहने वाले विनीत सिंह शांति विहार कालोनी में प्रदीप के मकान में किराये पर रहते हैं. प्रदीप मेरठ में सीआरपीएफ में तैनात हैं. कारचोबी का काम करने वाले विनीत ने बताया कि साढ़े आठ बजे वह पत्नी अनीता, बेटी शालू (8) व बेटा अमन (15) के साथ घर के कमरे में टीवी देख रहे थे. इसी दौरान तीन बदमाश हाथों में तमंचे लिए घर में घुसे और पूरे परिवार पर तमंचे तान दिए और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी.
बदमाशों ने विनीत सिंह व उनकी पत्नी के साथ मारपीट की. पत्नी अनीता के गले से सोने का मंगलसूत्र, कानों के कुंडल उतरवा लिए. विनीत, पत्नी और बेटे अमन के मोबाइल लूट लिए. इसके बाद सभी को कमरे में बंद कर दिया.
दूसरे कमरे में जाकर बदमाशों ने अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे 70 हजार रुपये, दो सोने की चेन, तीन जोड़ी पाजेब, कानों की वाली आदि जेवर लूट लिया और फरार हो गए. बदमाश कार से आए थे. बाहर कार में भी दो से ज्यादा लोगों के होने की बात कही जा रही है.
बाहर के हैं बदमाश: छानबीन के दौरान पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि बदमाश बाहर के हैं. किसी ने भी चेहरा नहीं छिपाया था. विनीत ने बताया कि दो बदमाशों की उम्र करीब 30 से 35 व तीसरे की उम्र 40-50साल के बीच होगी.
कुछ ही मिनटों में वारदात को अंजाम दिया गया.इज्जतनगर की शांति नगर कॉलोनी में इसी परिवार के साथ हुई लूट की वारदात.पूरे परिवार को बंधक बनाकर लूट ले गए हजारों रुपये व जेवरात सीसीटीवी कैमरों के जरिये बदमाशों तक पहुंचने की जुगत में पुलिसपीड़ित से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. सच्चाई पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही घटना का खुलासा करेंगे.
श्यामगंज बाजार में दिन दहाड़े ड्रग इंस्पेक्टर बनकर चेकिंग के नाम पर बाइक सवारों ने व्यापारी के 55 हजार उड़ा दिए. बदायूं से खरीदारी करने आए व्यापारी को शक हुआ तो बैग चेक करने पर रुपये गायब मिले. जब तक व्यापारी ने शोर मचाया दोनों शातिर बाइक लेकर गायब हो चुके थे. सूचना पर पुलिस पहुंची और पूछताछ के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया.
बदायूं अलापुर के म्याऊं गांव निवासी मुकेश कुमार बुधवार दोपहर श्यामगंज मार्केट सामान खरीदने आए. उनके पास बैग में 55 हजार रुपये थे. वह हींग खरीदने के लिए एक थोक विक्रेता की दुकान पर पहुंचे. दुकान के बाहर ही एक युवक पीछे आया और कहा कि ड्रग इंस्पेक्टर साहब बुला रहे हैं चेकिंग चल रही है.
पीड़ित ने पलट कर देखा तो करीब बीस कदम दूर एक युवक बाइक पर बैठा था. उसने खुद को ड्रग इंस्पेक्टर बताकर चेकिंग के बहाने बैग लिया. फिर कहा कि गलत फहमी हो गई थी. आप जा सकते हैं. कुछ आगे जाकर बैग चेक किया तो पता चला कि उसमें रखे रुपये नहीं हैं.
सीसीटीवी में कैद हुआ एक ठग, चेहरा साफ नहीं
सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर सतीश कुमार फोर्स को घटनास्थल के पास सीसीटीवी कैमरा दिखा. उसकी फुटेज में एक शातिर युवक को अपने साथ लेकर जाता दिख रहा है. हालांकि चेहरा साफ नहीं आया.
सीबीआइ, क्राइम ब्रांच और अब बने ड्रग इंस्पेक्टर
बता दें बारादरी इलाके में यह तीसरी ऐसी टप्पेबाजी है. जिसमें शातिरों ने खुद को इंस्पेक्टर बताया. पहली टप्पेबाजी सीबीआई बनकर तो दूसरे टप्पेबाजी क्राइम ब्रांच बनकर तो बुधवार को ड्रग इंस्पेक्टर बनकर वारदात को अंजाम दिया. हालांकि आज तक एक भी घटना का खुलासा नहीं हो सका.