रुहेलखंड विश्वविद्यालय से प्राइवेट स्नातक-परास्नातक करने के इच्छुक जो भी अभ्यर्थी परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित रह गए हैं, उन्हें एक और मौका मिलेगा. हालांकि इसके लिए रुविवि ने 500 रुपये के जुर्माने की शर्त भी रखी है.
15 जनवरी को वेबसाइट खुलने पर बीए प्रथम वर्ष के छात्रों को 1200 रुपये के बजाय 1700 रुपये परीक्षा फीस जमा करनी होगी.
हालांकि छात्रों को ये उम्मीद थी कि विवि फॉर्म भरने का दूसरा मौका सामान्य फीस के साथ देगा लेकिन अधिकारियों ने इससे स्पष्ट इन्कार कर दिया है.
रुविवि के परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया बीती पांच जनवरी को बंद हो गई थी. उसके ठीक दस दिन बाद विवि साइट खोलेगा. ये गैप इसलिए दिया गया है कि जो भी छात्र रह गए हैं, वे सब एकबार में फॉर्म भरने का मन बना लें तो उसके बाद साइट ओपन की जाए.
गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक महेश कुमार ने दोबारा साइट खुलने की बात तस्दीक की है. पंद्रह से 20 जनवरी तक यानी पांच दिन के लिए साइट खुल सकती है.
सामान्य फीस से फॉर्म भरने की दरकार : परीक्षा फॉर्म भरने से रह गए दीपक मिश्र कहते हैं कि फीस की वजह से बीए रेगुलर नहीं किया. प्राइवेट फॉर्म का रोड़ा भी फीस ही बनी. अब फीस है तो साइट बंद हो चुकी है.
बुधवार को परीक्षा की जानकारी के लिए वो विवि पहुंचे थे. दरअसल, प्राइवेट का रुख करने वालों में बड़ी संख्या गरीब अभ्यर्थियों की होती है.