अक्सर सरकारी अस्पतालों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों द्वारा मरीजों के इलाज करने का मामला सामने आता रहता है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. बरेली के जिला अस्पताल में तैनात एक सफाई कर्मचारी को सीएमएस के आदेश पर गिरफ्तार किया गया है.
संविदा पर तैनात ये सफाई कर्मचारी डॉक्टर की पोशाक पहन कर इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर की कुर्सी पर बैठा हुआ था. डॉक्टर की कुर्सी पर बैठे सफाई कर्मी का फोटो वायरल होने के बाद सीएमएस डॉक्टर केएस गुप्ता ने सफाई कर्मचारी को पुलिस के हवाले करवा दिया.
सफाई कर्मचारी बना डॉक्टर
पुलिस की हिरासत में आए सफाई कर्मी का नाम अरविंद है. वो सुभाषनगर थाना क्षेत्र के मढ़ीनाथ मोहल्ले के रहने वाला है. अरविंद जिला अस्पताल में संविदा पर तैनात है. वो मरीजों पर रौब गांठने के लिए डॉक्टर की ड्रेस पहनकर कुर्सी पर बैठ गया था. अस्पताल प्रशासन ने उसे पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले किया. अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी है.
सफाई कर्मी ने पहले डॉक्टर के कपड़े
अरविंद गुरुवार रात ड्यूटी पर पहुंचा तो इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टर और उनका स्टाफ नदारद था. वार्ड में डॉक्टर का एपरेन आदि टंगा हुआ था.
अरविंद ने डॉक्टर की ड्रेस पहनी और कुर्सी पर डॉक्टर बनकर बैठ गया. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड मे भर्ती मरीज की तबीयत बिगड़ी तो उसका तीमारदार अरविंद को डॉक्टर समझ समस्या बताने लगा.
तीमारदार ने खींचा फोटो, किया वायरल
अरविंद ने तीमारदार को गुमराह करना शुरू कर दिया. इससे नाराज तीमारदार ने कुर्सी पर बैठे अरविंद का फोटो खींच लिया. इस बीच पहुंचे अस्पताल स्टाफ ने अरिवंद को डॉक्टर की कुर्सी पर बैठे देखा तो उसे पकड़ लिया. उसकी पिटाई भी की.
हंगामे की सूचना पर सीएमएस भी अन्य डॉक्टरों के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने तुरंत कोतवाली पुलिस को फोन कर दिया. उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया.