रोजाना शहर से निकलने वाले करीब 400 मीट्रिक टन कूड़े को बाकरगंज स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड पर डाला जाता है और बाकरगंज का ये ट्रंचिंग ग्राउंड भी फुल हो गया है और यहाँ कूड़ा पड़ने से आस पास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. कूड़े के कारण यहाँ के लोगों को गंभीर बीमारियों ने जकड़ लिया है.
लेकिन अब यहाँ के लोगों को इस समस्या से निजात मिलने वाली है क्योकि यहाँ पर जल्द ही कूड़ा निस्तारण प्लांट काम करना शुरू कर देगा. अहमदाबाद की कम्पनी अमेजो वेस्ट ने प्लांट लगाने की शुरुआत भी कर दी है. कम्पनी ब्राजील की तकनीक से एक घंटे में 200 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करेगी.
बन गया है कूड़े का पहाड़
बाकरगंज में शहर से निकलने वाला कूड़ा फेंका जाता है जिससे यहाँ पर करीब 40 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है और कूड़े का निस्तारण न होने की वजह से यहाँ पर कूड़े के ऊँचे ऊँचे पहाड़ बन गए है. जोकि आस पास के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. बाकरगंज के ट्रंचिंग ग्राउंड को लेकर लोगों ने कई बार धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन बात नहीं बनी.
यहाँ से कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निगम ने एक माह पहले अहमदाबाद की कम्पनी से करार किया था जिसके बाद कम्पनी को बाकरगंज में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने के लिए जगह दी गई और कम्पनी ने यहाँ काम शुरू कर दिया है और जल्द ही यहाँ पर प्लांट शुरू हो जाएगा और यहाँ के कूड़े का निस्तारण होना शुरू हो जाएगा.
हैवी आयल और गैस बनेगी
यहाँ पर 80 प्रतिशत कूड़ा मिटटी बन चुका है बचे हुए कूड़े और शहर से आने वाले कूड़े को निस्तारित किया जाएगा. कम्पनी एक घंटे में करीब 200 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करेगी जिससे हैवी आयल और गैस बनेगी. इनका प्रयोग बिजली बनाने में किया जाएगा और मिटटी को हाइवे आथारिटी को भरान के लिए बेचा जाएगा.