बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर- 2 अप लाइन पर दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन 36 दिनों के लिए ठप किया जा सकता है. इस लाइन को प्लेटफार्म नम्बर 1 की तरह वॉशेबल बनाया जाएगा.
मेगा ब्लॉक लेकर लाइन को वॉशेबल बनाने का कार्य किसी भी समय शुरू किया जा सकता है. इस दौरान ट्रेनें रद और लेट रहेंगी. जिसके लिए नॉर्दर्न रेलवे मुरादाबाद डिवीजन से परमिशन भी मिल गई है. मेगा ब्लॉक कब लिया जाएगा यह अभी तय नहीं है.
दिल्ली जाने वाली ट्रेनें रहेंगी प्रभावित
प्लेटफार्म नम्बर- 2 अप लाइन से दिल्ली, देहरादून और हरिद्वार की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन होता है. ट्रैक को वॉशेबल बनाए जाने का कार्य होने से इन रूट्स की ट्रेनें प्रभावित रहेंगी. वहीं कुछ ट्रेनें रद भी रहेंगी.
इस बीच अप लाइन की ट्रेनों को प्लेटफार्म नम्बर- 1 डाउन लाइन या फिर प्लेटफार्म नम्बर- 3 व 4 से गुजारा जाएगा. जिससे इन लाइनों पर ट्रेनों का दबाव बढ़ने से ट्रेनों का लेट होना तय है.
क्योंकि, अप लाइन से रोजाना 100 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं. ऐसे में इन ट्रेनों का लोड बाकी प्लेटफार्म की लाइन पर बढ़ेगा.
एनआर मुरादाबाद डिवीजन से मिली अनुमति
प्लेटफार्म नम्बर- 2 की लाइन को वॉशेबल करने में 36 दिन का समय लगेगा. सबसे पहले पटरियों, स्लीपर को हटाने का काम किया जाएगा. उसके बाद नए सिरे से सीमेन्टेड स्लीपर और पटरियों का फर्श बनाया जाएगा.
ताकि, प्लेटफार्म पर ही ट्रेनों को धोने का काम किया जा सके. इससे चूहों द्वारा पटिरयों को खोखला करने का डर भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. डीआरएम ऑफिस से ब्लॉक लेने की परमिशन भी मिल चुकी है.
किसी भी समय लिया जा सकता है ब्लॉक
ट्रैक को वॉशेबल करने के लिए किसी भी समय ब्लॉक लिया जा सकता है. पीडब्ल्यूआई विनय सिंह का कहना है कि ठेकेदार को जिम्मेदारी सौंपने के लिए टेंडर निकाले जाएंगे.
इसके अलावा ट्रैक को वॉशेबल बनाने के लिए जो सामान चाहिए वह मंगाया जाएगा. उसके बाद ब्लॉक लिया जाएगा. फिलहाल डेट फाइनल नहीं हुई है.
बॉक्स
– 200 ट्रेनें बरेली जंक्शन से होकर और बन कर चलती हैं.
– 100 से अधिक ट्रेनें अप लाइन से दिल्ली की ओर जाती हैं.
– 100 ट्रेनों का लोड प्लेटफार्म नम्बर- 1, 2 व 3 पर पड़ेगा.
– 36 दिनों तक लगातार ट्रैक को वॉशेबल बनाने का चलेगा काम.
– आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें रहेंगी रद और बाकी का संचालन रहेगा प्रभावित.
मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस से 36 दिन के लिए ब्लॉक लेकर ट्रैक को वॉशेबल बनाने की परमिशन मिल चुकी है. कब से कार्य शुरू होगा यह अभी तय नहीं हुआ है. कार्य शुरू होगा तो कई ट्रेनें रद करनी पड़ेंगी. ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित होगा.
चेतन स्वरूप शर्मा, एसएस, जंक्शन