उत्तर रेलवे मुरादाबाद डिवीजन के कमाऊ रेलवे स्टेशन बरेली जंक्शन को स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ना सबको अखर रहा है. रैंकिंग का परिणाम आने के बाद मुरादाबाद रेल मंडल प्रबंधक एके सिंघल शुक्रवार को बरेली जंक्शन का हाल जानने पहुंचे. अव्यवस्थाओं को देख नाराज हुए.
अधूरे निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराने को निर्देश दिए. रैंकिंग में पिछड़ने को लेकर भी नाराज हुए. रेल मंडल प्रबंधक अकालतख्त एक्सप्रेस से शुक्रवार की शाम को बरेली जंक्शन पहुंचे थे. उनका सैलून मुरादाबाद से अकालतख्त में जोड़ा गया था. शाम 16:50 बजे बरेली आए.
सुभाषनगर की ओर बन रहे जंक्शन के दूसरे प्रवेश गेट का निरीक्षण किया. तीस सितंबर तक काम पूरा होना है. यहां टिकट विंडो, पार्किंग आदि का काम चल रहा है. निर्धारित समय में काम पूरा कराने को कहा. इसके बाद एक नंबर प्लेटफार्म पर एक्सेलरेटर का अधूरे कार्य को लेकर इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से बात की.
रेल अफसरों ने कहा, अभी तक यही तय नहीं हुआ है कितने एक्सेलरेटर लगेंगे. जब बोर्ड से रिपोर्ट आए तभी आगे का काम शुरु कराया जाए. कभी दो एक्सेलरेटर तो कभी एक एक्सेलरेटर और एक लिफ्ट लगाने की बात होती है. अब तीन लिफ्ट लगाने का बात चल रही है.
हालांकि रेलवे बोर्ड से अभी तक कोई आदेश-निर्देश नहीं मिले हैं. स्वच्छता व्यवस्था को लेकर डीआरएम ने सीएचआई से बात की. संबंधित अधिकारियों से कहा गया, कहां कमी रह गई, जो बरेली पिछड़ गया और स्वच्छता में शाहजहांपुर आगे निकल गया. जो कमियां हैं, उनमें अभी से सुधार करो.
दिल्ली-चंदौसी गाड़ी से शाम को डीआरएम मुरादाबाद को रवाना हुए. रामगंगा से चंदौसी तक विंडो निरीक्षण किया. जंक्शन में निरीक्षण के समय डीआरएम के साथ डायरेक्टर मनोज कुमार, सीएचआई राजीव श्रीवास्तव, सीएमआई राकेश कुमार सिंह, स्टेशन अधीक्षक, इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
इन बिंदुओं पर हुआ था स्वच्छता का सर्वे : रेल अधिकारियों का कहना है, रेल मंत्रालय की ओर से ए ग्रेड श्रेणी के रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता सर्वे को गाइड लाइन जारी की गई थी. 25 मार्च को केंद्र की टीम बरेली जंक्शन आई थी.
जिसमें शौचालयों की संख्या, सीसीटीवी कैमरे, ट्रैक की स्वच्छता, कीड़े-मकोड़े, रिटाइरिंग रूम की व्यवस्था, यात्री शेड के हालात आदि आठ बिंदुओं पर सर्वे हुआ था. जिसमें बरेली जंक्शन के किसी प्लेटफार्म पर शौचायल नहीं हैं.
सीटीवी कैमरे कहने को बारह लगे हैं, लेकिन आधे ही चलते हैं. पे एंड यूज शौचायल है, वह भी बहुत ही गंदा मिला था. जंक्शन पर दो, तीन, चार नंबर रेल लाइन पर बहुत ही गंदगी पाई गई थी. रिटायरिंग रूम भी ठीक नहीं मिले. कुछ आफिसों की छतों पर सीलन भी पाई गई थी.