सपा शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गरीबों को मुफ्त आवास देने के लिए ‘आसरा’ योजना शुरू की थी, लेकिन पांच साल के शासनकाल में चार साल तो जमीन विवाद में ही निकल गए. पांचवें साल खड़ौआ में 264 मकान बमुश्किल बनकर तैयार हो पाए तो विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए. चुनाव बाद भाजपा की सरकार बन गई.
अब सीएम योगी आदित्य नाथ ‘आसरा’ के दो साल से बने खड़े मकानों का आवंटन कराएंगे. सपा सरकार में नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) को‘आसरा’ योजना के अंतर्गत 264 आवास बनाने के लिए शासन ने वर्ष 2014-15 में 1013.76 लाख का बजट आवंटित किया था. डूडा ने सीएंडडीएस को बजट देकर खड़ौआ में 10 अप्रैल, 2015 को आवास निर्माण शुरू कराया.
नौ सितंबर, 2016 को 264 आवास 90 फीसदी तक निर्मित हो गए. तमाम मकानों में फिनिशिंग होने अभी बाकी बची है. योगी सरकार बनने के बाद गरीबों के लिए आवास नीति बदल गई. इंदिरा आवास, समाजवादी आवास, लोहिया आवास समेत समस्त आवासीय योजनाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना में मर्ज कर दिया गया.
सरकार बदलने के दो साल बाद तक ‘आसरा’ में निर्मित 264 आवास अब तक आवंटित नहीं हुए. लाभार्थी चयन पर भी विवाद है. उस समय तमाम अपात्रों को चयनित कर मकान देने के आरोप लगे थे. पात्रता का विवाद अभी नहीं सुलझा है, मगर, इसके बावजूद डूडा जल्द ही लाभार्थियों को दो साल से बने खड़े मकानों के आवंटन की तैयारी में जुटा है.
‘आसरा’ योजना के मकान लाभार्थियों को देने की तैयारी पूरी हो चुकी है. इनको इसी महीने लाभार्थियों को आवंटित कर दिया जाएगा. इसकी समस्त औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं.
– विनय कुमार सिंह यादव, पीओ डूडा