शाम को बानखाने से रहस्यमय तरीके से अगवा बच्ची को बदमाश शहदाना में मजाक के पास छोड़ गए. पांच घंटे तलाश करने के बाद जब बच्ची मजार पर मिली तो परिवार ने राहत की सास ली. अब पुलिस मजार के पास लगे सीसीटीवी को खंगाल रही है.
नैनीताल रोड पर केडीएम कालेज के सामने बानखाना बगिया के रहने वाले फिरोज मजदूरी करते हैं. उनका छोटा भाई नासिर दर्जी है. फिरोज की दो बेटियां इलमा (5 वर्ष) और इकरा नाज (11 माह) हैं.
फिरोज ने बताया कि इकरा नाज गुरुवार शाम को सात बजे पड़ोस के बबलू, काफिया के साथ खेल रही थी. जिसके बाद बच्चे घर चले गये. फिरोज की पत्नी मीना घर के अंदर काम कर रही थी. काफी देर तक जब बच्ची की आवाज नहीं आई तो वह आंगन में आई.
देखा तो बच्ची गायब थी. उसका कहीं पता नहीं चला. मामले की सूचना फिरोज और क्षेत्रीय पार्षद शमीम को दी. बच्ची की आस पास की गलियों और मोहल्लो में तलाश की गई, लेकिन कुछ पता नहीं लगा. रात एक बजे मामले की सूचना एसएसपी जोगेंद्र कुमार को दी गई.
इसके बाद एसएसपी शहर के सभी सीओ, इंस्पेक्टर और थानों की पुलिस के साथ सड़क पर आ गए. चेकिंग के बाद पुलिस ने कई लोगों को उठाया. देर रात 1.30 बजे पुलिस को शाहदाना में मजार पर एक व्यक्ति के पास बच्ची मिल गई.
उसने बताया कि एक लड़का बच्ची को छोड़ गया है. जिसके बाद एसएसपी ने बच्ची को उसके परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया. पुलिस ने आरोपी बदमाशों को पकड़ने के लिए मजार के पास लगे सीसीटीवी को खंगाल रही है.