वो गरीब कन्याओं का पिता तो नहीं है लेकिन गरीब लड़कियों के लिए पिता से कम भी नहीं है. लड़की के पिता का सपना होता है कि वो अपनी लाडली बेटी के हाथ पीले कर उसे ससुराल विदा कर सके इसके लिए वो जीवन भर अपनी कमाई की पाई पाई बचाता है, इन सबके बीच बहुत से ऐसे पिता भी है जो रुपयों के अभाव में अपनी बेटी की शादी नहीं कर पाते हैं.
ऐसे लोगों की मदद के लिए बरेली के पंडित सुशील पाठक हमेशा तैयार रहते हैं. श्री शिरडी साईं सेवा ट्रस्ट के संस्थापक पंडित सुशील पाठक गरीब लड़कियों के सामूहिक विवाह कराने का काम करते हैं और अब तक वो 150 से ज्यादा निर्धन कन्याओं का विवाह करा चुके हैं.
इस बार 101 कन्याओं का होगा विवाह
हारूनगला के रहने वाले पंडित सुशील पाठक ने बताया कि उन्होंने पहली बार 2011 में पांच निर्धन कन्याओं का विवाह कराया था जिसके बाद से अब तक लगातार वो हर साल गरीब लड़कियों का विवाह कराते चले आ रहे हैं.
इस संस्था ने 2012 में 11, 2013 में 14, 2014 में 21, 2015 में 21, 2016 में 51 जबकि 2017 में 36 निर्धन कन्याओं का विवाह कराया है. इस बार उनका लक्ष्य 101 निर्धन कन्याओं का विवाह कराने का है जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं और विवाह के लिए आवेदन मांगे गए हैं.
गृहस्थी के चलाने के लिए में देते हैं पूरा सामान
पंडित सुशील पाठक की संस्था न सिर्फ गरीब लड़कियों का पूरे रीति रिवाज के साथ विवाह कराती है बल्कि गृहस्थी चलाने के लिए लड़कियों को उपहार स्वरूप घर का सारा सामान भी दिया जाता है जिससे कि उन्हें अपनी गृहस्थी चलाने में कोई दिक्कत न आए.
सरकार की भी कर रहे मदद
सीएम योगी की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भी पंडित सुशील पाठक मदद कर रहे हैं जब इस योजना के तहत विवाह कराने के लिए सरकारी मशीनरी को जोड़े नहीं मिले तो उन्होंने नगर निगम को दो जोड़े विवाह के लिए उपलब्ध कराए.
अभी हाल में ही नगर निगम ने 11 लड़कियों का सामूहिक विवाह कराया था जिसमें दो जोड़े सुशील पाठक की संस्था की तरफ से ही उपलब्ध कराए गए थे.