बरेली के इतिहास में 21 जनवरी दर्ज हो गई. रविवार का सूरज बरेली वालों के लिए नई सौगात लेकर आया. बरसों से जाम के झाम से कराह रही बरेली की जनता को राहत मिल गई.
रविवार को बरेली की लाइफ लाइन कहे जाने वाले शहामतगंज ओवर ब्रिज को पब्लिक के हवाले कर दिया. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने शहामतगंज ओवर ब्रिज का लोकार्पण किया.
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और मेयर उमेश गौतम इस एतिहासिक लम्हे के गवाह बने. लोकार्पण का फीता कटते ही पब्लिक ने ओवर ब्रिज पर वाहन दौड़ा दिए. शहर के दो हिस्से जुड़ गए.
20 दिन से शहामतगंज ओवर ब्रिज के लोकार्पण को लेकर खींचतान चल रही थी. कभी सपाई तो भाजपाई लोकार्पण की कोशिश कर रहे थे. कई बार पुल पर ट्रैफिक चलाने के प्रयास हुए. नेताओं की खींचातन की वजह से ओवर ब्रिज का लोकार्पण रुक रहा था.
मामला लखनऊ पहुंचा तो सीएम ने रविवार को लोकार्पण कराने का फैसला कर दिया. प्रशासन ने लोकार्पण को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. 1017 मीटर लंबे पुल को गुब्बारों के जरिए सजाया गया था.
पुल के दोनों तरफ स्वागत द्वार बनाए गए थे. विकास भवन रोड पर जनसभा का आयोजन किया. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, केंद्रीय मंत्रीय संतोष गंगवार और मेयर उमेश गौतम ने लोकार्पण से पहले जनता के सहयोग के खूब तारीफ की.
बाद में बैदिक मंत्रों के उच्चरण के साथ 1.40 बजे लोकार्पण किया गया. 30.33 करोड़ की लागत से 15 महीने में तैयार हुए शहामतगंज ब्रिज के लोकार्पण के मौके पर बड़ी संख्या में पब्लिक मौजूद रही.
वित्त राजेश अग्रवाल ने फीता काटकर पब्लिक को नए साल का तोहफा दिया. ओवर ब्रिज शुरू होते ही शहर के दो हिस्से जुड़ गए. शहामतगंज रोड पर जाम के समस्या का अंत हो गया.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, मेयर उमेश गौतम, विधायक पप्पू भरतौल, डीसी वर्मा, केसर सिंह, छत्रपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष र¨वद्र राठौर, महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया के साथ डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह, सीडीओ सत्येंद्र कुमार और नगर निगम-सेतु निगम के अधिकारी मौजूद रहे.