बरेली की बेटी मेजर नम्रता सिंह को संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति अभियानों में यूएनओ की पीस फेस बनेगी. गृहयुद्ध ग्रस्त अफ्रीकन देशों में हिंसा की शिकार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) ने मेजर नम्रता सिंह सहित 28 देशों की महिला सैन्य अफसरों को विशेष प्रशिक्षण दिया है.
यूएनओ की ओर से बीजिंग में फीमेल मिलिट्री आफिसर कोर्स के लिए मेजर नम्रता सिंह को भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव मिला. बीस दिन के यूएनओ कोर्स प्रोग्राम के लिए 28 देशों से महिला मिलिट्री आफिसर चुनी गई थीं.
बीस दिन का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम यूनाइटेड नेशन ने बीजिंग में 20 जुलाई से 10 अगस्त तक हुआ. इसका विषय प्रोटेक्शन ऑफ सिविलयन्स स्पेशियली वीमेंस एंड चाइल्ड था. ट्रेनिंग प्रोग्राम में देश के प्रमुख देशों के शीर्ष आर्मी अफसरों ने महिला आर्मी अफसरों को प्रशिक्षण दिया.
यह महिला अफसर गृहयुद्ध या फिर युद्ध में फंसे देशों में संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति अभियानों में महिला अफसर यूएन का प्रतिनिधित्व करेंगी. मेजर नम्रता सिंह ने बताया कि ट्रेनिंग में उनको बताया गया कि उत्पीड़न या अफराध की शिकार महिलाओं, बच्चों और अन्य पीड़ित ग्रुप की पहचान कैसे करें.
इस प्रोग्राम में बताया गया कि मिशन पर भेजे जाने के दौरान महिला अफसरों को विवादग्रस्त देशों में आने वाली तमाम परिस्थितियों से जूझने और पीड़ितों की मदद कैसे करें इसका प्रशिक्षण भी दिया गया.
इसमें पाकिस्तान, चीन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्राजील, श्रीलंका सहित कई देश शामिल हुए. मेजर नम्रता ने बताया कि इस दौरान 28 देशों के अफसरों से मिलने का मौका मिला. उन देशों की संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिला. यह एक अद्भुत अनुभव था.
गणतंत्र दिवस पर दो बार परेड में हो चुकी हैं शामिल
मेजर नम्रता सिंह 2007 में एनसीसी कैडेट के रुप में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई थी. उस वक्त रुसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन मुख्य अतिथि थे. दूसरी बार सेना में कैप्टन बनने के बाद नम्रता ने राजपथ पर अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को सलामी दी थी.
मूलरुप से सुल्तानपुर के कादीपुर निवासी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एनपी सिंह की बेटी नम्रता इन दिनों बरेली में ही तैनात हैं. मेजर नम्रता सिंह की उपलब्धि पर न केवल परिवार बल्कि पूरी बरेली को नाज है. नम्रता ने कहा कि यह मुकाम उनको मम्मी-पापा के प्रोत्साहन और एनसीसी की वजह से मिला है.