देश के छोटे शहर-कस्बों के होनहार छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन परीक्षा देने का हुनर सिखा रहीं बरेली की अनीशा दुबे को बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इम्पैक्ट एंटरप्रेन्योर अवार्ड से नवाजा है.
वे क्विजजिंग इंक नामक स्टार्ट अप की संस्थापक हैं. इसी नाम से एक वेबसाइट चलाती हैं, जिसके जरिये विद्यार्थियों को कंप्टीशन एग्जाम का तरीका बताती हैं. देशभर के स्कूल, कॉलेज में जाकर क्विज प्रोग्राम कराती हैं.
ग्रीनपार्क निवासी अनिल दुबे की बेटी अनीशा की शादी बिहार के सतीश सुमन झा से हुई है. अनीशा बताती हैं कि हमारा मकसद विद्यार्थियों को भविष्य की परीक्षाओं के लिए तैयार करना है. अभी आइआइटी, आइआइएम, मेडिकल की परीक्षाएं ऑनलाइन रूप ले रही हैं.
बड़े शहरों के बच्चों के पास सारी सुविधाएं हैं, वे जानते हैं कि परीक्षा कैसे देने है. छोटो शहरों में इसका अभाव है, इसलिए हम वहां जाकर बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा के लिए तैयार करते हैं. हमारी वेबसाइट पर कंप्टीशन का सिलेबस पढ़ा है, विद्यार्थी निश्शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं.
आइआइटी-आइआइएम का सपोर्ट
अनीशा कहती हैं कि मुंबई आइआइटी के स्टूडेंट्स हमारे सपोर्ट में है. वे अपडेट सिलेबस तैयार करते हैं. इससे विद्यार्थियों को काफी मदद मिलती हैं.
टॉप 30 वूमेन में शामिल
अनीशा आइआइटी दिल्ली डब्ल्यूईई फाउंडेशन की टॉप 30 वूमेन में शामिल हैं. डिजिटल एजुकेशन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए उन्हें ये स्थान मिला है. वे कहती हैं कि अभी हमारा फोकस उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों पर है. इसके बाद दायरा बढ़ेगा.
अब तक 25 हजार पंजीकरण
उनकी वेबसाइट क्विज जिंग इंक पर अब तक करीब 25 हजार पंजीकरण हो चुके हैं. स्कूल, कॉलेजों में दौरों के साथ पंजीकरण का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है.