डाक विभाग में घोटाले का आरोपी उप पोस्टमास्टर वाईके शर्मा करोड़पति निकला. कोतवाली पुलिस की जांच में पत्नी और बेटे के सात बैंक खातों का पता चला है जिनमें एक करोड़ 64 लाख रुपये की रकम जमा है.
यही नहीं, उप पोस्टमास्टर ने प्रगतिनगर में 45 लाख के दो आलीशान मकान भी अपने परिवार के लोगों के नाम पर खरीद रखे हैं.
जांच में नए खुलासे के बाद इस घोटाले की रकम दो करोड़ के पार पहुंच गई है. ऐसे में कोतवाली पुलिस अब इस मामले की जांच इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (ईओडब्लू) को ट्रांसफर करने की तैयारी कर रही है.
कोतवाली के एसएसआई अजय सिंह के मुताबिक उप पोस्टमास्टर वाईके शर्मा ने निरस्त हो चुके चेकों के इस्तेमाल से करोड़ों रुपये का घोटाला किया है. इस धनराशि का कुछ हिस्सा अपने परिवार के सदस्यों के बैंक खातों के जरिये ट्रांसफर किया गया.
बताया जाता है कि बड़ी रकम का हस्तांतरण कुछ अधिकारियों के खातों में हुआ है. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. डाक घर के प्रवर अधीक्षक ने कोतवाली पुलिस को उप पोस्टमास्टर के बेटे के नाम चल रहे नौ खातों की जानकारी दी है.
ये खाते बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और एक्सिस बैंक के हैं. उसकी पत्नी का आईसीआईसीआई बैंक में खाता मिला है. उप पोस्टमास्टर के मकान खरीदने के लिए एक प्रापर्टी डीलर और पत्नी के एसबीआई के दो खातों में 45 लाख रुपये ट्रांसफर करने की बात सामने आई है.
सात दिन बाद पकड़ा गया था उप पोस्टमास्टर
उप पोस्टमास्टर वाईके शर्मा के खिलाफ 22 फरवरी को कोतवाली में मामला दर्ज कराने के बाद उसे पकड़कर जेल भेजा जा चुका है. आरोपी ने 12.54 लाख रुपये की रकम के गबन का मामला स्वीकार किया था.
पीएमजी कार्यालय जांच के दौरान ही फरार आरोपी शर्मा समेत खजांची उमेश बाबू, लेखा सहायक नवनीत कौर, एपीएम (लेखा) दिनेश शर्मा, खजाने में तैनात त्रिवेणी सहाय शर्मा और सहायक लेखा आरपी अग्रवाल को सस्पेंड किया जा चुका है.