सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में कुल 26494 अभ्यर्थी शामिल हुए. बरेली कॉलेज समेत 18 केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई. प्रत्येक पाली में 14856 अभ्यर्थी पंजीकृत थे. सुबह 13262 और शाम की पाली में 13232 ने परीक्षा दी.
रविवार से ही परीक्षा को लेकर शहर में युवाओं का आना शुरू हो गया था. सोमवार की सुबह लगभग आठ बजे से तो जैसे युवाओं का रेला निकल पड़ा.
परीक्षा में शैक्षिक योग्यता बारहवीं थी जबकि अधिकतर अभ्यर्थी स्नातक और परास्नातक डिग्री धारक थे. कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी दिखे जो प्रोफेशनल डिग्री जैसे-एमबीए, इंजीनियरिंग कर चुके हैं. सरकारी नौकरी के लिए वह इस परीक्षा में बैठे हैं.
फर्रुखाबाद से परीक्षा देने आए विश्व प्रताप का कहना था कि स्नातक की पढ़ाई कर चुके हैं और पीजी कर रहे हैं. प्राइवेट जॉब से बेहतर है कि सरकारी जॉब हो, इसलिए सिपाही परीक्षा देने आए हैं. बिजनौर से परीक्षा देने आए अरुणेश कुमार एमएससी कर रहे हैं. उन्होंने भी नौकरी की उम्मीद में परीक्षा दी है.
फर्रुखाबाद से परीक्षा देने आए अकरम का कहना था कि वह इंजीनियरिंग कर रहे हैं. सिपाही भर्ती के लिए काफी तैयारी करके आए हैं. ऐसे सैकड़ों अभ्यर्थी हैं जो प्रोफेशनल डिग्री धारक हैं या कोर्स कर रहे हैं लेकिन रोजगार की आस में वह पुलिस आरक्षी की परीक्षा में बैठे हैं.
कड़ी निगरानी में परीक्षा, लेट को इंट्री नहीं
परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच हुई. मोबाइल नेटवर्क जाम करने के लिए कुछ केंद्रों पर जैमर भी लगाए गए थे. जूते, गले की चेन, बेल्ट, रिंग सभी को बाहर ही उतरवा दिया गया. अभ्यर्थियो को नंगे पैर परीक्षा कक्ष तक जाना पड़ा. बायोमेट्रिक उपस्थिति लगवाई गई.
सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा हुई. एंट्री वाले गेट पर भी सीसीटीवी लगाए गए थे. परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले तक एंट्री होनी थी, लेकिन कई अभ्यर्थी साढ़े नौ बजे के बाद पहुंचे. उनको एंट्री नहीं दी गई. इतना ही नहीं कई अभ्यर्थी आईडी प्रूफ के तौर पर ई-आधार कार्ड लेकर पहुंचे. उनको भी एंट्री नहीं दी गई. केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने से अभ्यर्थी विरोध भी नहीं जता पाए.
अग्रसेन कॉलेज के बाहर हंगामा
महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय से कई अभ्यर्थी आईडी प्रूफ के चक्कर में परीक्षा नहीं दे पाए. उनके पास आधार कार्ड की ओरिजनल कॉपी नहीं थी. परीक्षा से वंचित कर देने के विरोध में अभ्यर्थियों ने हंगामा किया. पुलिस कर्मियों ने समझाने के बाद अभ्यर्थी शांत हए. कॉलेज के प्राचार्य का कहना है था कि आईडी की मूल कॉपी लाना अनिवार्य था जो कि कई अभ्यर्थी नहीं लाए.
गणित आसान, सामान्य ज्ञान ने छुड़ाए पसीने
गणित, हिंदी के सवाल तो सरल रहे लेकिन सामान्य ज्ञान ने अभ्यर्थियों के पसीने छुड़ा दिए. डिजिटल इंडिया और हाल में हुई घटनाओं से जुड़े हुए प्रश्न पूछे गए थे. भारत का डाटा किस कंपनी ने लीक किया इस पर भी सवाल पूछा गया था.