जिला प्रशासन आज से बिना अनुमति के लाउडस्पीकरों को धर्मस्थलों से हटाना शुरू कर देगा. लेकिन बड़ी बात यह है कि कई ऐसे भी धर्मस्थल हैं जो अधर में लटके हुए हैं.
ये वो धर्मस्थल हैं जिन्होंने लाउडस्पीकर के लिए अपने क्षेत्र की तहसीलों में आवेदन तो किया है लेकिन उनके आवेदन तहसील में बाबुओं की मेज पर लगे फाइलों के ढेर में दबे हुए हैं.
ऐसे में इन धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे या नहीं इसका जवाब इन धर्मस्थल को चलाने वालों के पास नहीं हैं. हालांकि एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि सोमवार से कार्रवाई भले ही शुरू होनी है लेकिन इसमें लचीलापन रखा जाएगा.
मिल सकती है कुछ दिन की छूट
जिन धर्मस्थलों ने तहसीलों में लाउडस्पीकर के लाइसेंस के लिए आवेदन किया है, उनको जिला प्रशासन की ओर से छूट दी जा सकती है.
अधिकारिक सूत्रों की माने तो इस संबंध में धर्मस्थल को भी टाइम बाउंड करने के साथ ही लेखपालों से भी जल्द से जल्द वैरीफिकेशन कर लाइसेंस देने को कहा जाएगा.
762 ज्यादा मिले थे आवेदन
एडीजी कानून-व्यवस्था की तरफ से सभी डीएम व एसएसपी को नौ जनवरी को सिर्फ लाइसेंसशुदा धर्मस्थल पर ही एक लाउड स्पीकर के आदेश भेजे गए थे. कड़े रुख के बाद जिले में 3362 धर्मस्थलों के आवेदन आए थे.
जबकि थानों की सूची में करीब 2600 मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे हैं. ऐसे में थानों की सूची के मुकाबले 762 ज्यादा धर्मस्थल अब तक अनुमति के लिए आवेदन कर चुके हैं. इनमें से कुल 3318 को नोटिस भी जारी किये जा चुके हैं.
वर्जन
बिना लाइसेंस वाले धर्मस्थल से लाउडस्पीकर सोमवार से हटाए जाने हैं. कुछ आवेदन तहसीलों में फंसे हैं. ऐसे में आवेदनों के वैरिफिकेशन तक कार्रवाई में लचीलापन रखा जाएगा. हालांकि आदेशों को पूरी तरह अमलीजामा पहनाएंगे.
– यूपी सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट