बेसिक स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे तंदरूस्त रहें, इसके लिए सरकार ने मिड डे मील के मेन्यू में अरहर की दाल को अनिवार्य कर दिया है. अब हर ट्यूजडे को खाने की थाली में दाल जरूर मिलेगी.
15 वर्ष बाद मेन्यू में बदलाव
सरकार ने 15 साल पुराने मेन्यू में बदलाव किया है. अभी तक चना मसूर और अन्य दालों के साथ ऑप्शन में अरहर की दाल को रखा गया था.अभी एक स्कूल चने की दाल देकर इसकी पूर्ति कर दी जाती थी, लेकिन कई स्कूलों में दाल दी ही नहीं जा रही थी. शासन ने इसके लिए नेफेड एजेंसी को पत्र भी लिख दिया है. एजेंसी प्रदेश के सभी 75 डिस्ट्रिक्ट में यह दाल मुहैया कराएगी.
सील्ड पैकेट में मिलेगी दाल
अरहर की दाल की सप्लाई के लिए शासन की और अलग से बजट जारी नहीं किया जाएगा. पहले से ही दी जा रही कनवर्जन मनी से ही एजेंसी को भुगतान किया जाएगा. यहीं नहीं दाल सील बंद पैकेट में ही स्कूलों को सप्लाई की जाएगी. ताकि इसकी मात्रा में कोई किसी प्रकार की गड़बड़ी न की जा सके.
हालांकि प्रति बच्चा दाल की मात्रा कितनी रहेगी अभी इस बात की स्थिति को स्पष्ट नहीं किया गया है. वहीं दाल के सैंपल केा भी सुरक्षित रख जाएगा. एक सैंपल एजेंसी और दूसरा सैंपल एफसीआई को रखना होगा. ताकि कभी इसकी गुणवत्ता जांची जा सके.
आदेश आया है कि अब मेन्यू में अरहर की दाल भी बच्चों को परोसी जाए. इसके लिए स्कूलों को भी सूचना दी गई है कि मेन्यू के अनुसार ही बच्चों को खाना दिया जाए.
– तनुजा मिश्रा, बीएसए