खुले में शौच के खिलाफ सेंधा गांव की बबीता की जंग रंग लाई. गरीबी से जूझ रही अनपढ़ बबीता की हिम्मत और जागरूकता को डीएम ने सम्मान दिया है. डीएम वीरेंद्र सिंह ने आलमपुर जाफराबाद के सेंधा गांव की बबीता को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) बरेली का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है. डीएम और सीडीओ ने बबीता के गांव जाकर उनको सम्मानित करने का ऐलान किया.
डीएम ने बरेली की महिलाओं को बबीता से सीख लेते हुए स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ने की अपील की. बबीता ने खुले में शौच से आजादी के लिए खुद ही पति और बच्चों के साथ शौचालय के गड्ढे खोद डाले थे.घर में जगह नहीं मिली तो बबीता ने उधार सामान लाकर चार दिन में शौचालय बना दिया. ‘बबीता की जंग की तस्वीर समाज के सामने रखी थी.
जिसके बाद बुधवार को क्यारा ब्लॉक में स्वच्छता दिवस मनाया गया. प्रशासनिक अफसरों के साथ आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप समेत तमाम जनप्रतिनिधि मौजूद थे. समारोह में सबकी जुबान पर बबीता की हिम्मत की दास्तान थी.
मंच से डीएम ने बबीता के साहस की तारीफ की. मंच से डीएम ने बबीता को बरेली का ब्रांड एम्बेसडर बनाने का ऐलान कर दिया. प्रशासन ग्रामीण महिलाओं को शौचालय के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी बबीता को देगा. जल्द ही डीएम और सीडीओ समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी सेंधा गांव जाकर में बबीता का सम्मान करेंगे.
बबीता की हिम्मत को हम सलाम करते हैं. शौचालय की जरूरत को बबीता ने समझा. खुद पिट का गड्ढा खोदा. उधार सामान लोकर शौचालय बनावा दिया. हम बबीता को ब्रांड एम्बेसडर घोषित करते हैं. उनका गांव में जाकर सम्मान करेंगे. वीरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी
मैं पढी-लिखी नहीं हूं लेकिन महिलाओं को खुले में शौच के खिलाफ जागरूक करने के लिए गांव-गांव जाने को तैयार हूं. हम गरीबी की वजह से शौचालय नहीं बना पा रहे थे. अफसरों की बात मुझे समझ में आ गई. हम प्रशासन का धन्यवाद करते हैं. बबीता, ब्रांड एम्बेसडर