इस मीटर की खासियत है कि उपभोक्ता चाहे तो इसे प्रीपेड मीटर में बदल सकेंगे. यह पूरी तरह उपभोक्ता की मर्जी पर निर्भर करेगा.’ बिल जमा नहीं करने पर सर्वर से ही आटोमेटिक कनेक्शन कट जाएगा. इसके बाद लाखों रुपये बकाया होने के बावूजद सांठगांठ कर बिजली का उपयोग करना संभव नहीं होगा.
पावर कारपोरेशन मीटर रीडिंग में गड़बड़ी के कारण आए दिन होने वाले विवादों से मुक्ति पाने के लिए स्मार्ट बिजली मीटर लगवाने जा रहा है. यह प्रीपेड मीटर से लेटेस्ट है. इसमें रीडिंग की जरूरत नहीं है. यह सीधे सर्वर से कनेक्ट होगा और महीने की अंतिम तारीख पर उपभोक्ता के मोबाइल पर बिल मैसेज कर देगा.
शुरुआती चरण में राजधानी लखनऊ के साथ फैजाबाद और बरेली को स्मार्ट बिजली मीटर मुहैया कराए जाएंगे. जो शहरी इलाकों के उपभोक्ताओं के घर ही लगेंगे. एसई शहर एनके मिश्र ने बताया कि मीटर का सर्वर लखनऊ में होगा.
इसमें लोड कंट्रोल की भी सुविधा होगी.स्मार्ट मीटर को शहरी इलाकों में लगाने की योजना है. इसके लिए सबसे छोटे सबस्टेशन को चुना जाएगा. जिस सबस्टेशन पर उपभोक्ताओं की संख्या सबसे कम होगी, वहां स्मार्ट मीटर लगाने का काम सबसे पहले किया जाएगा. पावर कारपोरेशन शुरुआती चरण में इसमें आने वाली परेशानी को भी ट्रेस करना चाहता है जिसे दूर किया जा सके.
चीफ इंजीनियर अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बरेली में अब स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी है. यह सीधे सर्वर से जुड़ा होगा और मीटर रीडिंग की जरूरत नहीं होगी. जल्द ही मीटर आ जाएंगे और उसे लगाने का काम शुरू हो जाएगा.