बारिश में उधड़ी सड़क ने एक साल की मासूम बच्ची की जान ले ली. उधड़ी सड़क पर बस की साइड लगी तो उसके पिता की बाइक फिसल गई और वह ममेरे भाई के हाथ से फिसलकर सड़क पर जा गिरी.
गंभीर हालत में उसे मॉडल टाउन के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां पर बच्ची का ऑपरेशन भी किया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. बच्ची की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
शिवा शक्ति ट्रस्ट की ओर से स्टेडियम रोड पर कांवड़ियों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया है. संजयनगर निवासी प्रवीण भारद्वाज पुरोहित का काम करते हैं. 15 अगस्त की सुबह करीब पौने दस बजे भंडारा स्थल पर ध्वजारोहण के लिए प्रवीण भारद्वाज बाइक से निकले.
उनके साथ साले का बेटा आशीष और बीच में उनकी एक साल की बेटी ऐश्वर्या बैठी थी. घर से कुछ ही दूर पहुंचे थे कि वहां से गुजरी एक बस की बाइक में साइड लग गई. सड़क उधड़ी होने के कारण उसकी बजरी सड़क पर फैली थी.
लिहाजा प्रवीण बाइक नहीं संभाल सके और वह बजरी पर फिसल गई. ऐश्वर्या ममेरे भाई के हाथ से फिसलकर सड़क पर जा गिरी. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. प्रवीण बच्ची को लेकर मॉडल टाउन स्थित निजी अस्पताल पहुंचे. वहां बच्ची का ऑपरेशन किया गया लेकिन बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े चार बजे उसकी मौत हो गई.
17 साल बाद मिली थी बेटी सड़क ने निगल ली जिंदगी
प्रवीण भारद्वाज और उनकी पत्नी नीरज ने बताया कि उन्हें बेटी की बहुत चाहत थी. पहले से दो बेटे हैं, बड़ा बेटा प्रसून 21 और छोटा कुनाल 18 साल का है.
उन्हें 17 वर्ष बाद बेटी हुई थी. बहुत सुंदर थी इसलिए मोहल्ले भर के लोग खिलाते थे. मगर बारिश से उधड़ी सड़क ने उनकी बेटी की जिंदगी निगल ली.