पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल की डेमू ट्रेन मेटीनेंस के बाद पांचवें दिन शुक्रवार की शाम फिर से दौड़ने लगी. संचालन से पहले रेल मंडल प्रबंधक दिनेश कुमार ने गाड़ी का निरीक्षण किया. आरपीएफ को निर्देश दिए कि गाड़ी को क्षति पहुंचाने वाले आरोपियों को तलाश कर कार्रवाई करें जिससे भविष्य में आरोपी पुन: ऐसा कृत्य न करें.29 सितंबर से डेमू का संचालन शुरू हुआ.
सात अक्टूबर को जब डेमू मेंटीनेंस के लिए पहुंची तो वहां उसकी दुर्दशा देखकर अधिकारियों और कर्मचारियों के होश उड़ गए. चोरों ने गाड़ी से कीमती उपकरण निकाल लिये. टॉयलेट रूम से टंकियां, मग, डस्टबिन, कोच के हैंडल, सीट कवर तक फाड़कर ले गए.
टंकियों को ऐसे तोड़ा जिससे पाइप भी टूट गए. टेक्निकल दिक्कतों के चलते मेंटीनेंस में अधिक समय लगा. शुक्रवार से डेमू के संचालन से पूर्व डीआरएम, आरपीएफ और ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारियों ने रैक का निरीक्षण किया.
आरपीएफ कमांडेंट ने डेमू की सुरक्षा के लिए विशेष टीमें लगा दी हैं. अब यह गाड़ी फिर से रफ्तार भरने लगी है. आठ-दस जवानों की तैनाती डेमू में की गई. जिससे अबकी आरोपी बच न सकें.