राज्य सरकार शहरों में रहने वालों को बेहतर सिटी बस की सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है. प्रदेश के नौ शहरों अलीगढ़, गाजियाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर, बरेली, गोरखपुर, झांसी, इटावा व रामपुर में इसके लिए जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी. परिवहन निधि की प्रबंध समिति की बैठक में यह फैसला हुआ.
पहले चरण में प्रमुख शहरों लखनऊ, कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, गाजियाबाद में 100-100 नई एसी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी. गोरखपुर व वाराणसी में 10-10 नई एसी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी.
इन शहरों में आधुनिक तरीके से बस शेल्टर बनाए जाएंगे. शेल्टर में ई-टायलेट की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सके.
प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह ने इस संबंध में नगर आयुक्तों को निर्देश भेज दिया है. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी परियोजना में इंटेलीजेंट ट्राफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
इससे सिटी बसों को चलाने, उसे चार्ज करने की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा है कि इलेक्ट्रिक सिटी बसों के खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए.
लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, आगरा व मथुरा पूर्व में चल रही सिटी बसों से हुए घाटे की प्रतिपूर्ति करने की मांग भी की गई है. इस पर समिति ने नफा-नुकसान का अध्ययन करते हुए नुकसान की भरपाई करने का फैसला किया है.