रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध 512 डिग्री कॉलेजों में स्नातक-परास्नातक के करीब पांच लाख से अधिक स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए कॉलेजों में कितने शिक्षक हैं? इसकी वास्तविक संख्या रुविवि के पास भी नहीं है. हालांकि विवि प्रशासन ने शिक्षकों का डाटा जुटा लिया है.
उसका अध्ययन किया जा रहा है, ताकि शिक्षकों की संख्या स्पष्ट हो सके. कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने स्पष्ट किया है कि नये सत्र यानी 2018-19 में नये कॉलेज-विषय की संबद्धता तभी मिलेगी, जब कॉलेज वाले पहले शिक्षकों की नियुक्ति का अनुमोदन लेंगे.
रुविवि के एक शिक्षक कहते हैं कि शैक्षिक स्तर में सुधार इसलिए नहीं होता है, क्योंकि अधिकांश निजी कॉलेज साल के अंत में शिक्षक नियुक्त करते हैं. जबकि राजकीय-एडेड कॉलेज शिक्षक की किल्लत ही झेलते रहते हैं.
स्थिति यह है कि इस बार कई डिग्री कॉलेजों ने दिसंबर माह में शिक्षकों की तैनाती के लिए विवि से अनुमोदन लिया है. वहीं, रुविवि प्रशासन का कहना है कि शिक्षक तैनाती का खेल अगली बार से खत्म हो जायेगा.
कुलपति का इरादा
-कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल का कहना है हमने शुरुआत में ही कॉलेजों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा था. सूची आ गई है. अगले बार संबद्धता के समय ही शिक्षक तैनाती की प्रक्रिया पूरी करा ली जायेगी.
तैनाती में भी खेल
– सूत्रों की माने तो रुविवि से संबद्ध कॉलेजों में भी एक शिक्षक एक से अधिक कॉलेजों में तैनात हैं. विवि की रिपोर्ट में भी ऐसे केस सामने आये हैं. ऐसे कॉलेजों से जवाब तलब करने की तैयारी चल रही है.