दिवाली नजदीक आते ही बाजारों की रौनक बढ़ गई है. लोग अभी से खरीददारी में जुटे हैं. दीपावली पर सजावटी सामान का बाजार करोड़ों पार कर जाता है. वहीं इलेक्ट्रिक बाजार भी चमक जाता है. दीपावली पर लोग अपने घर के पर्दे, चादर, झाड़-फानूस और कुशन बदल डालते हैं. इससे होम डेकोरेशन की दुकान पर भीड़ उमड़ती है. पदरें, कुशन के अलावा तरह तरह के डोर मैट और कालीन की भी खूब बिक्री हो रही है.
इलेक्ट्रिक बाजार में कम हुआ चीन का दबदबा : घर सजाने को दिवाली पर इलेक्ट्रिक लाइटों की भी खूब बिक्री होती है. चाइनीज उत्पादों की बिक्री के खिलाफ इस समय जोरदार अभियान चल रहा है. इसका असर भी नजर आया है. चायनीज झालरों की बिक्री में करीब 30% की कमी दर्ज की जा रही है. मगर व्यापारियों के एक बड़े वर्ग का यह भी कहना है कि तमाम व्यापारी चाइनीज झालरों को देसी बताकर बेच रहे हैं. इन के साथ जीएसटी लगाकर पक्का बिल भी दिया जा रहा.
रोडवेज बाजार में इलेक्ट्रिक झालरों की बिक्री कर रहे आशीष डुडेजा ने कहा कि चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ जोरदार अभियान चल रहा है. मगर अभी बाजार से चीन की पकड़ पूरी तरह से खत्म होने में काफी समय लगेगा. चीन के कम दाम के प्रोडक्ट लेना लोगों की मजबूरी भी है.
नगर निगम मार्केट में इलेक्ट्रिक झालरों के व्यापारी ने कहा कि कोलकाता और दिल्ली में बनी हुई झालरों की बिक्री कर रहे है. मगर इन इंडियन झालरों में चाइनीज जैसी वैरायटी नहीं है. दाम ज्यादा होने के कारण भी लोग चाइनीज झालरों की मांग करते हैं.
होम डेकोरेशन शॉप के संचालक ने कहा कि धीरे-धीरे कर दीपावली की बिक्री शुरू हो गई है. सजावटी सामान में खूब वैरायटी आई हैं. लोग अपनी अपनी रेंज के हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं. कंदील के भी खूब विकल्प हैं.