भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने ग्राहकों को टैक्स रिफंड के चेक भेजने के लिए काम आने वाले लिफाफों को नए सिरे से डिजाइन करेगा. बैंक एसबीआई ने ग्राहकों के पैन व मोबाइल फोन नंबर की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला किया है.
दुरुपयोग का था डर उल्लेखनीय है कि एक कार्यकर्ता सेवानिवृत्त कमोडोर लोकेश बत्रा ने लगभग डेढ साल पहले यह मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि एसबीआई द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे लिफाफों से कोई भी संबंधित करदाता के पैन व फोन नंबर जान सकता है और इनका दुरुपयोग किया जा सकता है.
बत्रा ने इस मुद्दे को रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के समक्ष उठाया था. रिजर्व बैंक ने इस मुद्दे को एसबीआई के पास भेजा. एसबीआई ने अब कहा है कि वह इन लिफाफों को नए सिरे से डिजाइन करेगा ताकि किसी भी करदाता की पैन संख्या दिखाई नहीं दे.