मुरादाबाद, दिल्ली रूट पर अक्सर लगने वाले जाम से शहरवासियों और वाहन चालकों को समस्या से निजात मिलने वाली है. जिले को अब एक और राष्ट्रीय राजमार्ग मिलेगा.
110 किलोमीटर का प्रस्तावित हाईवे फरीदपुर से आंवला होते हुए सीधे मुरादाबाद में दिल्ली रोड से जुड़ेगा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी, साथ ही प्रदेश सरकार से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मांगी गई है.
रामपुर जाए बिना सीधे मुरादाबाद
प्रस्तावित नेशनल हाईवे फरीदपुर लखनऊ-दिल्ली राजमार्ग पर फरीदपुर से मुरादाबाद के बीच बनेगा. फरीदपुर से चनेहटी गांव होते हुए बुखारा मोड़, रामगंगा, देवचरा, भमोरा होकर आंवला से जुड़ेगा.
वहां से रामनगर, टांडा, शाहबाद और बिलारी होते सीधे मुरादाबाद में दिल्ली रोड पर लिंक हो जाएगा. खास बात, हाईवे से रामपुर जाए बिना सीधे मुरादाबाद पहुंचेंगे. फरीदपुर में यह लखनऊ-दिल्ली के मौजूदा नेशनल हाइवे से जुड़ जाएगा.
बिना भीतर आए लखनऊ-दिल्ली का सफर
इस हाईवे से दो तरफा लाभ होगा. एक तो शहर के भीतर वाहन न आने से जाम की समस्या से निजात मिलेगी, वहीं लखनऊ से दिल्ली या मुरादाबाद जाने वाले वाहन बिना जाम में फंसे बाहर से ही निकल सकेंगे. कांवड़ यात्रा या विशेष आयोजनों के दौरान जाम से बचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा.
रंग लाई सिंचाई मंत्री धर्मपाल की कोशिश
इस राजमार्ग का प्रस्ताव इस साल 27 फरवरी को प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को भेजा था. बाद में दिल्ली में दो बार केंद्रीय मंत्री गडकरी से मिलकर प्रस्ताव को मंजूरी की पैरवी भी की.
यह कोशिशें अब रंग लाई. नितिन गडकरी ने मंगलवार को सिंचाई मंत्री को पत्र लिखकर हाईवे के प्रस्ताव को उनके मंत्रालय की सैद्धांतिक मंजूरी दिए जाने की जानकारी दी. कहा है कि यूपी सरकार से डीपीआर मिलने के बाद हाइवे के निर्माण की आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कोट..
नए बाईपास की जरूरत लंबे समय से थी. इसके लिए प्रयास किए. भारत सरकार से सैद्धांतिक सहमति के बाद डीपीआर भी लगभग तैयार है.
कुछ ही दिन में उसे सड़क परिवहन मंत्रालय को भेज देंगे. ऐसे में, हाइवे का निर्माण शुरू होने में बहुत वक्त नहीं लगेगा. इसके बनने के बाद बरेली के चारों ओर ¨रग रोड भी बन जाएगा.
–धर्मपाल सिंह, सिंचाई मंत्री, उत्तर प्रदेश