मोहर्रम के मेले का आयोजन करने में मशगूल उमरिया पुलिस की दबिश के बाद उजाड़ हो गया है। गांव में दाखिल होते ही घरों के टूटे दरवाजे और खाली मकान कुछ देर पहले हुए पुलिस के तांडव की गवाही दे रहे हैं। यहां आधे से ज्यादा घरों में ताले लटके मिले। पुलिस की कार्रवाई से खौफजदा लोग गांव से पलायन कर गए हैं। जब कैमरे की फ्लैश चमकने लगीं तो कुछ महिलाएं अंधेरों से निकलकर सामने आईं। कोई रोते हुए अपने बेटे को तलाश रही थी, तो कोई पति को। उन्हें नहीं पता कि उनके अपनों को पुलिस उठा ले गई है या वे डरकर कहीं जा छिपे हैं।
कुछ ही देर में गांव में बचे हुए लोग चौक पर इकट्ठा होने लगे। महिलाओं ने रोते हुए कहा – पुलिस बेगुनाहों को भी उठा ले गई। हमारे साथ भी मारपीट की गई। गिराकर लाठियों से पीटा। लातें मारीं।। बच्चों को घसीटते हुए गांव से ले गए। यह कहां का इंसाफ है। लोगों ने बताया कि आधे घर खाली हो चुके हैं। दोपहर से ही लोगों ने गांव छोड़कर जाना शुरू कर दिया था। अलीमुद्दीन रोते हुए बोले, पुलिस वाले दरवाजा तोड़कर हमारे घर में घुस आए। बेटे फहजान को उठा ले गए। यहां फरहान हुसैन, पुत्तन खां, अलाउद्दीन, मंजू हुसैन, सिराज मोहम्मद समेत दर्जनों घरों में तोड़फोड़ हुई है।
इन लोगों को किया गिरफ्तार
छोटू उर्फ हनीफ, फईम शाह, शान उर्फ इस्लाम खां, सलीम, समीर अहमद, साजिद, इरसाद, अरशद, गुड्डू, रियासत, अनीस खां, साहिल, अलाबक्श, अजीम, पप्पू, पप्पू उर्फ शकील, रियासत, शहीद अहमद, सलीम, अकबर हुसैन, अख्तर हुसैन, शरीफ अहमद, मो. शिराज, शहीद अहमद, शाहिल, इस्लाम, इलयाज, गुलाम साबिर, अफशर अली, चांद मियां, असलम, समीर खां, अबरार खां, जाकिर हुसैन, मोहसिन रजा, शाराफत खां को गिरफ्तार किया गया है।